ओडिशा के कानून मंत्री का ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का समर्थन
भुवनेश्वर में, ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ पहल का समर्थन किया। उन्होंने इस कदम को ‘स्वागत योग्य’ बताया और इसके आर्थिक लाभ और विकास प्रक्रियाओं की सुगमता पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री की दृष्टि
प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि उनकी सरकार लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने की दिशा में काम कर रही है। उनका मानना है कि इससे भारत के लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा, जिससे देश एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर होगा।
ऐतिहासिक संदर्भ
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक समिति का नेतृत्व किया जिसने एक साथ चुनावों के विचार का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि पहले चार चुनावी चक्रों के दौरान, लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे, जो 1968 में बाधित हो गए थे। कोविंद ने बताया कि एक साथ चुनाव भारत के संवैधानिक पूर्वजों की दृष्टि का हिस्सा थे।
विपक्ष का दृष्टिकोण
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस प्रस्ताव की आलोचना करते हुए इसे ‘असंभव’ कहा। उन्होंने तर्क दिया कि संसद में सहमति प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण होगा, जिससे ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का कार्यान्वयन असंभव हो जाएगा।
Doubts Revealed
ओडिशा -: ओडिशा भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक राज्य है। यह अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सुंदर मंदिरों के लिए जाना जाता है।
कानून मंत्री -: कानून मंत्री एक सरकारी अधिकारी होता है जो राज्य या देश में कानूनी मामलों और न्याय प्रणाली के लिए जिम्मेदार होता है।
पृथ्वीराज हरिचंदन -: पृथ्वीराज हरिचंदन एक राजनेता हैं जो भारत के राज्य ओडिशा के कानून मंत्री के रूप में सेवा करते हैं।
एक राष्ट्र एक चुनाव -: यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रस्तावित एक विचार है कि भारत में सभी चुनाव, जैसे लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के, एक साथ कराए जाएं ताकि पैसे और संसाधनों की बचत हो सके।
पीएम मोदी -: पीएम मोदी का मतलब नरेंद्र मोदी है, जो भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं, जो देश को सुधारने के लिए विभिन्न पहल प्रस्तावित करने के लिए जाने जाते हैं।
लोकसभा -: लोकसभा भारत की संसद का निचला सदन है, जहां सदस्य जनता का प्रतिनिधित्व करने और कानून बनाने के लिए चुने जाते हैं।
राज्य विधानसभा चुनाव -: ये चुनाव भारत के प्रत्येक राज्य में होते हैं ताकि प्रतिनिधियों का चयन किया जा सके जो उस राज्य के लिए कानून और निर्णय बनाएंगे।
रामनाथ कोविंद -: रामनाथ कोविंद भारत के पूर्व राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 2017 से 2022 तक सेवा की। वे ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ विचार का समर्थन करने में शामिल थे।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे -: खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, जो भारत की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है, और उन्होंने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ प्रस्ताव के बारे में चिंताएं व्यक्त की हैं।
संसदीय सहमति -: संसदीय सहमति का मतलब है कि संसद के अधिकांश सदस्य किसी विशेष निर्णय या कानून पर सहमत होते हैं, जो विभिन्न विचारों के होते हुए प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।