उत्तराखंड में बचाव अभियान: केदारनाथ मार्ग से 737 लोग एयरलिफ्ट किए गए

उत्तराखंड में बचाव अभियान: केदारनाथ मार्ग से 737 लोग एयरलिफ्ट किए गए

उत्तराखंड में बचाव अभियान: केदारनाथ मार्ग से 737 लोग एयरलिफ्ट किए गए

भारी बारिश ने उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में मार्ग को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिससे केदारनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बचाव और राहत कार्य जारी है।

बचाव प्रयास

उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, हेलीकॉप्टर द्वारा 737 लोगों को बचाया गया और 2,670 लोगों को राहत बलों द्वारा सोनप्रयाग ले जाया गया। उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया, ‘श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे लोगों का बचाव कार्य जारी है। दिन भर में 737 यात्रियों को हेलीकॉप्टर द्वारा बचाया गया। 2,670 यात्रियों को सोनप्रयाग ले जाया गया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस और प्रशासन की टीमें निःस्वार्थ भाव से श्रद्धालुओं की मदद कर रही हैं।’

आधिकारिक बयान

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि मौसम की स्थिति के कारण केदारनाथ यात्रा को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘हमें मौसम विभाग से राज्य में 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट मिला था। इस अलर्ट को देखते हुए पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया था। रात में बारिश शुरू होने के बाद, हमें विभिन्न क्षेत्रों से भूस्खलन, चट्टान गिरने आदि की रिपोर्ट मिलने लगी।’

उन्होंने आगे कहा, ‘राहत और बचाव के लिए कई स्थानों पर टीमें भेजी गईं। मुख्यमंत्री ने टिहरी और रुद्रप्रयाग का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मिले। अब तक विभिन्न जिलों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सुबह तक, केदारनाथ में लगभग 1000 लोग फंसे हुए थे और केदारनाथ के ट्रेक मार्ग पर 800 लोग फंसे हुए थे।’

सरकारी कार्यवाही

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टिहरी और रुद्रप्रयाग में बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का जमीनी निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया और राज्य आपदा संचालन केंद्र का दौरा कर नुकसान के बारे में जानकारी ली। राज्य सरकार ने केदारनाथ में फंसे लोगों को निकालने के लिए वायु सेना की मदद ली है।

भारी बारिश ने सड़कों, पैदल पुलों, बिजली और पेयजल लाइनों और कृषि भूमि को काफी नुकसान पहुंचाया है। केदारनाथ यात्रा को फिलहाल केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन के कारण रोक दिया गया है।

Doubts Revealed


उत्तराखंड -: उत्तराखंड भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और केदारनाथ जैसे तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है।

केदारनाथ यात्रा -: केदारनाथ यात्रा केदारनाथ मंदिर की तीर्थ यात्रा है, जो हिमालय में स्थित हिंदुओं का एक पवित्र स्थान है।

एनडीआरएफ -: एनडीआरएफ का मतलब नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स है। ये भारत में विशेष टीमें हैं जो बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान लोगों की मदद करती हैं।

एसडीआरएफ -: एसडीआरएफ का मतलब स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स है। ये एनडीआरएफ के समान हैं लेकिन राज्य स्तर पर आपात स्थितियों के दौरान मदद करती हैं।

एयरलिफ्टेड -: एयरलिफ्टेड का मतलब है कि लोगों को हेलीकॉप्टर द्वारा खतरनाक क्षेत्र से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

रुद्रप्रयाग जिला -: रुद्रप्रयाग उत्तराखंड का एक जिला है, जो अपनी धार्मिक महत्ता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।

डीजीपी -: डीजीपी का मतलब डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस है। वह राज्य में सबसे उच्च पुलिस अधिकारी होता है।

मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री भारत के एक राज्य में सरकार का प्रमुख होता है। वह राज्य के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेता है।

भूस्खलन -: भूस्खलन तब होता है जब चट्टानें और मिट्टी पहाड़ी या पर्वत से नीचे गिरती हैं, जो अक्सर भारी बारिश के कारण होता है।

चट्टान गिरना -: चट्टान गिरना तब होता है जब चट्टानें पर्वत या चट्टान से गिरती हैं, जो बहुत खतरनाक हो सकता है।

वायु सेना की सहायता -: वायु सेना की सहायता का मतलब है कि भारतीय वायु सेना बचाव कार्यों में मदद कर रही है, आमतौर पर हेलीकॉप्टर का उपयोग करके लोगों को निकालने में।

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