नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बीजेपी के ‘सबका साथ सबका विकास’ नारे की आलोचना की
नई दिल्ली, भारत – नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रतिनिधि चंद्रशेखर आजाद ने मंगलवार को लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने बीजेपी सरकार के ‘सबका साथ सबका विकास’ नारे को खोखला बताया और सामाजिक न्याय के लिए जाति आधारित जनगणना की मांग की।
सामाजिक न्याय की मांग
आजाद ने जाति आधारित जनगणना और जनसंख्या के आधार पर वंचित समूहों के लिए आरक्षण बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों द्वारा शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में सामना की जाने वाली समस्याओं को उजागर किया।
सरकारी नीतियों की आलोचना
आजाद ने निजी क्षेत्र में आरक्षण के मुद्दों को न उठाने के लिए बीजेपी की आलोचना की, जो 98% कार्यबल को रोजगार देता है। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और बहुजन माताओं के वेतन पर ध्यान न देने की भी आलोचना की।
स्थानीय मुद्दे और राष्ट्रीय चिंताएं
आजाद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र नगीना की पिछड़ेपन और आर्थिक पैकेजों और सेवाओं की कमी के बारे में बात की। उन्होंने अग्निवीर योजना को समाप्त करने और चमार रेजिमेंट को पुनः स्थापित करने की मांग की। उन्होंने अमीर व्यापारियों के ऋण माफ करने के लिए सरकार की आलोचना की, जबकि किसान कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।