कराची के निवासियों को महंगाई और करों से जूझना पड़ रहा है

कराची के निवासियों को महंगाई और करों से जूझना पड़ रहा है

कराची के निवासियों को महंगाई और करों से जूझना पड़ रहा है

कराची, पाकिस्तान के लोग बढ़ती महंगाई और ऊँचे करों के कारण गंभीर वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। भोजन, बिजली और गैस जैसी आवश्यक वस्तुएं बहुत महंगी हो गई हैं, जिससे आम कामगारों के लिए इन्हें खरीदना मुश्किल हो गया है।

निवासियों की राय

कराची के निवासी आरिफ ने कहा, ‘बढ़ती कीमतों ने जीवन यापन करना लगभग असंभव बना दिया है। बिजली, पानी और भोजन जैसी बुनियादी आवश्यकताएं अब औसत कामगार की पहुंच से बाहर हो गई हैं। इन आवश्यकताओं की विश्वसनीय पहुंच और समय पर वेतन के बिना, कामकाजी वर्ग बहुत अधिक पीड़ित है। इस गंभीर स्थिति के लिए सरकारी संस्थानों की अक्षमता जिम्मेदार है।’

एक अन्य निवासी अली ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, ‘ऐसी कोई वस्तु नहीं है जिस पर कर नहीं लगाया गया हो। चाहे वह दाल, चावल, आटा हो या रोजमर्रा की टॉयलेटरीज़, हमें साबुन, शैम्पू या डिटर्जेंट जैसी वस्तुओं पर अतिरिक्त 3-5 रुपये का कर देना पड़ता है। हमारे बिजली और गैस के बिलों पर भी कर लगाया जाता है। हर चीज पर कर है, फिर भी कोई राहत नहीं है। यह वर्तमान सरकार की अक्षमता को दर्शाता है, जो समाधान का वादा करती है लेकिन कुछ भी नहीं देती।’

आर्थिक चुनौतियाँ

पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, जून 2024 में पाकिस्तान की मुद्रास्फीति दर 11.8% से बढ़कर 12.6% हो गई, जो पिछले पांच महीनों में देखी गई गिरावट को उलट रही है। यह वृद्धि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा अपने वित्तीय सहायता कार्यक्रम के हिस्से के रूप में लगाए गए शर्तों के साथ मेल खाती है। इन शर्तों के तहत पाकिस्तान को सरकारी खर्च में कटौती, सब्सिडी हटाने, कर बढ़ाने और मुद्रा का अवमूल्यन करने की आवश्यकता है। जबकि इन उपायों का उद्देश्य अर्थव्यवस्था को स्थिर करना, ऋण को कम करना और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा देना है, उन्होंने तत्काल चुनौतियों जैसे कि मुद्रास्फीति दर में वृद्धि का परिणाम दिया है।

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