बिहार में जहरीली शराब त्रासदी से 33 मौतें, राजनीतिक बहस छिड़ी

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी से 33 मौतें, राजनीतिक बहस छिड़ी

बिहार में जहरीली शराब त्रासदी से राजनीतिक बहस

पटना, बिहार में जहरीली शराब के सेवन से 33 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 28 मौतें सिवान और 5 सारण में हुई हैं। भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह राजनीति का समय नहीं है, बल्कि सरकार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने इस त्रासदी में अंतर-राज्यीय ऑपरेटरों की संलिप्तता का उल्लेख किया।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की, उन्हें स्थिति संभालने में अक्षम बताते हुए पीड़ितों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया। यादव ने शराबबंदी नीति की विफलता को मुख्यमंत्री की वैचारिक और नीतिगत अस्पष्टता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि राजनेताओं, पुलिस और शराब माफिया के गठजोड़ के कारण अवैध शराब का काला बाजार फल-फूल रहा है।

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन ने यादव की टिप्पणियों को खारिज करते हुए लोगों से उन्हें गंभीरता से न लेने का आग्रह किया। इसी तरह, जीतन राम मांझी ने यादव के माता-पिता की शासन क्षमता पर सवाल उठाया, इसे ‘जंगल राज’ कहा।

सरकार की प्रतिक्रिया

बिहार सरकार इस त्रासदी की जांच कर रही है, जिससे उसकी संवेदनशीलता का पता चलता है। हालांकि, विपक्ष सरकार की शराबबंदी नीति के प्रबंधन की आलोचना करता रहा है।

Doubts Revealed


बिहार हूच त्रासदी -: एक हूच त्रासदी का मतलब है कि लोग अवैध या घर में बने शराब पीने से बीमार हो जाते हैं या मर जाते हैं, जो अक्सर असुरक्षित होती है। बिहार में, इस त्रासदी से 33 मौतें हुईं।

राजीव प्रताप रूडी -: राजीव प्रताप रूडी भारत में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक राजनेता हैं। वह बिहार में हूच त्रासदी के राजनीतिक चर्चाओं में शामिल हैं।

तेजस्वी यादव -: तेजस्वी यादव बिहार के एक राजनेता हैं और लालू प्रसाद यादव के पुत्र हैं। वह हूच त्रासदी के प्रति राज्य की प्रतिक्रिया की आलोचना कर रहे हैं।

सीएम नीतीश कुमार -: नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं। उन्हें हूच त्रासदी और शराब बंदी नीति को संभालने के तरीके के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

शराब बंदी नीति -: बिहार में शराब बंदी नीति एक कानून है जो राज्य में शराब की बिक्री और सेवन को प्रतिबंधित करता है। इसका उद्देश्य शराब से संबंधित समस्याओं को कम करना था लेकिन इससे अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई।

काला बाजार -: काला बाजार वस्तुओं या सेवाओं का अवैध व्यापार है। इस संदर्भ में, यह बिहार में शराब बंदी के बावजूद शराब की अवैध बिक्री को संदर्भित करता है।

केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन -: राजीव रंजन, जिन्हें ललन सिंह के नाम से भी जाना जाता है, भारत में एक केंद्रीय मंत्री हैं। वह हूच त्रासदी के संबंध में तेजस्वी यादव द्वारा की गई आलोचनाओं को खारिज कर रहे हैं।

जीतन राम मांझी -: जीतन राम मांझी बिहार के एक राजनेता और पूर्व मुख्यमंत्री हैं। वह भी हूच त्रासदी के प्रति राज्य की प्रतिक्रिया की आलोचनाओं को खारिज कर रहे हैं।

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