काठमांडू ने नए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली का स्वागत किया
दहाल के विश्वास मत हारने के बाद ओली नियुक्त
नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने केपी शर्मा ओली को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। यह निर्णय तब आया जब पिछले प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल विश्वास मत हार गए। 72 वर्षीय ओली को नेपाली कांग्रेस और अन्य छोटे दलों का समर्थन प्राप्त है।
ओली की नियुक्ति और समर्थन
ओली और कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने राष्ट्रपति को 165 विधायकों के समर्थन का आवेदन प्रस्तुत किया, जो 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में आवश्यक बहुमत 138 से अधिक है। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में ओली की नियुक्ति की पुष्टि की।
शपथ ग्रहण समारोह और भविष्य की योजनाएं
ओली का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को सुबह 11 बजे निर्धारित है। ओली के साथ, मंत्रियों का एक समूह भी कैबिनेट में शामिल होगा। ओली को संसद में अपना समर्थन साबित करने के लिए 30 दिनों के भीतर विश्वास मत लेना होगा।
ओली का राजनीतिक इतिहास
ओली पहली बार अक्टूबर 2015 में प्रधानमंत्री बने और अगस्त 2016 तक सेवा की। उन्हें फरवरी 2018 में फिर से नियुक्त किया गया और मई 2021 तक सेवा की। ओली को मई 2021 में संवैधानिक प्रावधान के तहत फिर से नियुक्त किया गया और जुलाई 2021 तक सेवा की। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने दो बार संसद को भंग किया, लेकिन इसे सुप्रीम कोर्ट ने बहाल कर दिया।
पार्टियों के बीच समझौता
नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल ने 2 जुलाई को मंत्रालयों को आपस में बांटने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के अनुसार, दोनों पार्टियां 2027 के अगले आम चुनाव तक बारी-बारी से सरकार का नेतृत्व करेंगी। हालांकि, इस समझौते को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।