जम्मू और कश्मीर के डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ समाप्त
जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले के कस्तिगढ़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी समाप्त हो गई है। आगे की जानकारी का इंतजार है।
पहले देसा जंगल में मुठभेड़
आज सुबह, डोडा के कस्तिगढ़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ सोमवार शाम को डोडा के देसा जंगल क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद हुई, जिसमें चार सैनिक शहीद हो गए थे।
शहीद हुए सैनिक
शहीद हुए सैनिकों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है।
जम्मू क्षेत्र में हाल के आतंकी हमले
ये घटनाएं जम्मू क्षेत्र में हाल के आतंकी हमलों की श्रृंखला का हिस्सा हैं, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ शामिल हैं।
Doubts Revealed
सुरक्षा बल -: ये सेना या पुलिस जैसे लोगों के समूह होते हैं जो देश और उसके लोगों को खतरे से बचाते हैं।
आतंकवादी -: ये वे लोग होते हैं जो हिंसा का उपयोग करके डर पैदा करते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, अक्सर राजनीतिक लक्ष्यों को।
डोडा -: डोडा भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर का एक जिला है। यह एक जगह है जहाँ लोग रहते और काम करते हैं।
जम्मू और कश्मीर -: यह उत्तरी भारत का एक क्षेत्र है, जो अपनी सुंदर पहाड़ियों और घाटियों के लिए जाना जाता है, लेकिन संघर्ष और हिंसा के लिए भी।
कस्तिगढ़ क्षेत्र -: यह डोडा जिले के भीतर एक विशिष्ट स्थान है जहाँ हाल ही में लड़ाई हुई।
मुठभेड़ -: इस संदर्भ में, इसका मतलब सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच लड़ाई या युद्ध है।
देसा वन क्षेत्र -: यह डोडा जिले में एक और स्थान है जहाँ पहले लड़ाई हुई थी।
कैप्टन बृजेश थापा -: वह भारतीय सेना के एक सैनिक थे जो पहले की मुठभेड़ में मारे गए थे।
कठुआ -: कठुआ जम्मू और कश्मीर का एक और जिला है जहाँ कुछ आतंकवादी हमले हुए थे।
उधमपुर -: उधमपुर भी जम्मू और कश्मीर का एक जिला है, जो एक महत्वपूर्ण सेना बेस के लिए जाना जाता है।