नोएडा के सुपरटेक इको विलेज-2 में दूषित पानी से 400 लोग प्रभावित
उत्तर प्रदेश के नोएडा में सुपरटेक इको विलेज-2 रेजिडेंशियल सोसाइटी में लगभग 400 लोग दूषित पीने के पानी से प्रभावित हुए हैं। यह जानकारी गौतम बुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सुनील कुमार शर्मा ने दी।
स्वास्थ्य समस्याएं
सीएमओ सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि कई निवासियों ने बुखार, निर्जलीकरण और पेट दर्द जैसे लक्षणों की शिकायत की है। हालांकि, सभी मामलों की पुष्टि नहीं हुई है कि वे जलजनित हैं।
निवासियों के अनुभव
पारुल, एक निवासी, ने बताया कि उन्हें तब तक दूषित पानी के बारे में पता नहीं चला जब तक कि उनके पड़ोसी का बेटा बीमार नहीं हो गया। उन्होंने बताया कि कई निवासी इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
एक अन्य निवासी, देवेश प्रताप सिंह, ने बताया कि उनके दोनों बच्चे रविवार रात से बीमार हैं और वे चिकित्सा उपचार ले रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि रविवार रात को दूषित पानी की जानकारी मिली थी। स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं और पानी के नमूने परीक्षण के लिए एकत्र किए गए हैं। परीक्षण के परिणाम आने के बाद आगे की जांच की जाएगी।
Doubts Revealed
Contaminated -: Contaminated का मतलब है कुछ ऐसा जो गंदा है या जिसमें हानिकारक पदार्थ हैं। इस मामले में, पानी में बुरी चीजें हैं जो लोगों को बीमार कर सकती हैं।
Noida -: नोएडा भारत का एक शहर है, जो राजधानी नई दिल्ली के पास है। यह अपने आधुनिक भवनों और प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए जाना जाता है।
Supertech Eco Village-2 -: सुपरटेक इको विलेज-2 एक आवासीय क्षेत्र है या एक जगह है जहाँ लोग रहते हैं। यह सुपरटेक इको विलेज नामक एक बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
Chief Medical Officer -: मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक शीर्ष डॉक्टर होता है जो किसी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रभारी होता है। इस मामले में, सुनील कुमार शर्मा नोएडा के लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले शीर्ष डॉक्टर हैं।
District Magistrate -: जिला मजिस्ट्रेट एक महत्वपूर्ण सरकारी अधिकारी होता है जो एक जिले के प्रशासन की देखभाल करता है। मनीष कुमार वर्मा नोएडा के जिला मजिस्ट्रेट हैं।
Health camps -: स्वास्थ्य शिविर अस्थायी स्थान होते हैं जो लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए स्थापित किए जाते हैं। डॉक्टर और नर्सें इन शिविरों में बीमार लोगों का इलाज करने आते हैं।
Water samples -: जल नमूने पानी की छोटी मात्रा होती है जिसे यह जांचने के लिए लिया जाता है कि यह साफ है या गंदा। वैज्ञानिक इन नमूनों की जांच करते हैं ताकि पता चल सके कि पानी में क्या है।
Dehydration -: निर्जलीकरण तब होता है जब आपके शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होता है। इससे आपको बहुत प्यास, थकान और चक्कर आ सकते हैं।