हाथरस भगदड़: परिवारों ने खोए अपने प्रियजन
उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हुई भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गई और 18 अन्य घायल हो गए।
विनोद का दुखद नुकसान
विनोद, जिन्होंने अपनी पत्नी, मां और 16 वर्षीय बेटी को खो दिया, ने अपने गहरे दुख को व्यक्त करते हुए कहा, ‘मेरे पास कुछ नहीं बचा… सब कुछ चला गया।’
कमला का शोक
कमला, जो 16 वर्षीय रोशनी की मां हैं, ने अपने दुख को साझा करते हुए कहा, ‘मैं 20 साल से बाबा के सत्संग में आ रही हूं। आज मैं अपनी 16 साल की बेटी के साथ सत्संग में गई थी और दोपहर 2 बजे के आसपास भगदड़ मच गई। वह ठीक थी लेकिन जैसे ही वह अस्पताल पहुंची, वह बेहोश हो गई, बाद में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’
अन्य पीड़ित
कुंवर पाल, जो एक 3.5 वर्षीय बच्चे के चाचा हैं, ने बताया कि बच्चे की मां अभी भी लापता है। मेहताब, जो मृतक गुड़िया देवी के पति हैं, ने कहा, ‘मैंने उसे बाबा के सत्संग में जाने से कई बार रोका लेकिन उसने नहीं सुना। वह हमारी बेटी और दो पड़ोसी महिलाओं के साथ सत्संग में गई थी। दो पड़ोसी महिलाएं और मेरी पत्नी इस घटना में मारे गए… मेरी बेटी सुरक्षित है।’
सरकारी प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की पूरी जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।