हरियाणा के जींद सिविल अस्पताल की खराब स्थिति पर NHRC ने लिया संज्ञान
भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने हरियाणा के जींद सिविल अस्पताल की खराब स्थिति पर एक रिपोर्ट का संज्ञान लिया है। यह रिपोर्ट 5 जुलाई को प्रकाशित हुई थी, जिसमें अस्पताल की बुनियादी ढांचे की ‘खराब स्थिति’ का उल्लेख किया गया है।
55 स्वीकृत डॉक्टर पदों में से केवल 19 पद भरे हुए हैं। प्रतिदिन लगभग 2000 मरीज अस्पताल आते हैं, लेकिन उचित चिकित्सा उपकरण और दवाओं की कमी के कारण कई मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजा जाता है। इसके अलावा, अस्पताल परिसर में बंदरों की समस्या भी है, जो समस्याओं को और बढ़ा देती है।
NHRC ने कहा है कि अगर यह रिपोर्ट सही है, तो यह मरीजों के स्वास्थ्य और चिकित्सा देखभाल के अधिकारों के उल्लंघन के गंभीर मुद्दे उठाती है। आयोग ने हरियाणा के मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें एक सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। इस रिपोर्ट में अस्पताल की स्थिति में सुधार के लिए उठाए गए या प्रस्तावित कदमों का विवरण शामिल होना चाहिए ताकि मरीजों को उचित चिकित्सा देखभाल मिल सके और उन्हें अन्यत्र भेजने की आवश्यकता न हो।