असम में बाढ़ पर बीजेपी की आलोचना
असम में बाढ़ की स्थिति
असम के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के प्रभारी जितेंद्र सिंह अलवर ने असम में बाढ़ की स्थिति को संभालने के लिए बीजेपी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और हिमंता बिस्वा सरमा के वादों के बावजूद, हर साल बाढ़ का संकट बना रहता है।
लोगों पर प्रभाव
अलवर ने बताया कि 30 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और 70 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि लोग साफ पानी और आवश्यक खाद्य सामग्री जैसे चावल और दाल के बिना संघर्ष कर रहे हैं।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
AICC और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (APCC) की एक टीम ने मोरीगांव जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात की। अलवर ने बताया कि राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रभावित लोगों की मदद करने के निर्देश दिए हैं।
राजनीतिक आलोचना
अलवर ने चुनाव अभियानों के दौरान सक्रिय रहने वाले सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की अनुपस्थिति पर निराशा व्यक्त की और कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा और संसद में उठाएगी।
अन्य नेताओं के बयान
असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने भी सरकार की आलोचना की और कहा कि बाढ़ के कारण 90 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 30 लाख लोग पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति को संभालने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रही है।
वर्तमान बाढ़ की स्थिति
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने बताया कि 18 जिलों में 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं, जिसमें कछार सबसे अधिक प्रभावित जिला है। ब्रह्मपुत्र और अन्य नदियाँ खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं और 58,000 से अधिक लोग राहत शिविरों में हैं।