जम्मू और कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल करना
ओमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्षेत्र में राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता व्यक्त की। यह घोषणा ओमर अब्दुल्ला के जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद की गई। खड़गे ने अब्दुल्ला को बधाई दी और क्षेत्र में लोकतंत्र को पुनः स्थापित करने के महत्व पर जोर दिया।
राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने प्रधानमंत्री से लोगों के राज्य के दर्जे की मांग के प्रति शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य का दर्जा बहाल करने को प्राथमिक एजेंडा बताया और प्रधानमंत्री से अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने का आह्वान किया।
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद की चुनौतियाँ
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू और कश्मीर के लोगों द्वारा सामना की गई चुनौतियों को स्वीकार किया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नई सरकार इन मुद्दों का समाधान करेगी।
शपथ ग्रहण समारोह
ओमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सक्सेना ने शपथ दिलाई। अन्य नेताओं में सुरिंदर कुमार चौधरी को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। समारोह में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जैसे प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।
पृष्ठभूमि
अगस्त 2019 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को हटा दिया।
Doubts Revealed
मल्लिकार्जुन खड़गे -: मल्लिकार्जुन खड़गे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, जो भारत की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। वह अपनी लंबी राजनीतिक करियर और पार्टी के भीतर नेतृत्व भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं।
ओमर अब्दुल्ला -: ओमर अब्दुल्ला जम्मू और कश्मीर के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ हैं, जो भारत का एक क्षेत्र है। उन्होंने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है और वह नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के सदस्य हैं।
राज्य का दर्जा -: राज्य का दर्जा एक देश के भीतर एक मान्यता प्राप्त राज्य होने की स्थिति को संदर्भित करता है, जिसमें अपनी सरकार और प्रशासनिक शक्तियाँ होती हैं। जम्मू और कश्मीर 2019 में अपनी स्थिति बदलने से पहले भारत में एक राज्य था।
जम्मू और कश्मीर -: जम्मू और कश्मीर भारत के उत्तरी भाग में एक क्षेत्र है। यह राजनीतिक और क्षेत्रीय विवादों का विषय रहा है और इसका एक अनूठा सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है।
गुलाम अहमद मीर -: गुलाम अहमद मीर जम्मू और कश्मीर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। वह क्षेत्रीय राजनीति में शामिल रहे हैं और क्षेत्र के अधिकारों और स्थिति के लिए वकालत की है।
प्रधानमंत्री -: प्रधानमंत्री भारत में सरकार के प्रमुख होते हैं। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो केंद्रीय सरकार का नेतृत्व करते हैं और देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।
अनुच्छेद 370 -: अनुच्छेद 370 भारतीय संविधान में एक प्रावधान था जो जम्मू और कश्मीर को विशेष स्वायत्तता प्रदान करता था। इसे 2019 में निरस्त कर दिया गया, जिससे क्षेत्र की स्थिति और शासन में परिवर्तन हुआ।
पीडीपी -: पीडीपी का मतलब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी है, जो जम्मू और कश्मीर की एक राजनीतिक पार्टी है। यह क्षेत्र की प्रमुख पार्टियों में से एक है और स्थानीय शासन और राजनीति में शामिल रही है।
महबूबा मुफ्ती -: महबूबा मुफ्ती जम्मू और कश्मीर की एक राजनीतिज्ञ और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता हैं। उन्होंने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है और क्षेत्रीय राजनीति में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं।