हिंडनबर्ग बनाम अडानी: सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर नए आरोप

हिंडनबर्ग बनाम अडानी: सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर नए आरोप

हिंडनबर्ग बनाम अडानी: सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर नए आरोप

नई दिल्ली, भारत – 11 अगस्त, 2024: हिंडनबर्ग रिसर्च और अडानी समूह के बीच चल रही कहानी ने एक नया मोड़ लिया है। अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर नए आरोप लगाए हैं। उन पर अडानी समूह से जुड़े एक ऑफशोर फंड में निवेश करने का आरोप है।

घटनाओं की समयरेखा

जनवरी 2023

24 जनवरी, 2023 को, हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की जिसका शीर्षक था, ‘अडानी समूह: कैसे दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ा धोखा दे रहा है।’ इस रिपोर्ट के कारण अडानी समूह के शेयरों में 10% तक की गिरावट आई। अडानी समूह ने 26 जनवरी को इन आरोपों को निराधार बताया।

फरवरी – मार्च 2023

फरवरी में, सुप्रीम कोर्ट में हिंडनबर्ग के दावों की जांच के लिए एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई। 2 मार्च को, सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को दो महीने के भीतर अपनी जांच पूरी करने के लिए कहा। मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल भी गठित किया गया।

मई – अगस्त 2023

17 मई को, सुप्रीम कोर्ट ने सेबी की समय सीमा को 14 अगस्त तक बढ़ा दिया। सेबी ने 25 अगस्त को एक हलफनामा दायर किया, जिसमें कहा गया कि 24 में से 22 जांच पूरी हो चुकी हैं, जबकि दो अभी भी लंबित हैं।

नवंबर 2023 – जनवरी 2024

24 नवंबर को, सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा। जनवरी 2024 में, अदालत ने सीबीआई जांच की याचिका को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि सेबी का एकमात्र अधिकार क्षेत्र है। गौतम अडानी ने सोशल मीडिया पर अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा, ‘सत्य की जीत हुई है।’ जून 2024 तक, अडानी समूह के शेयर की कीमतें फिर से बढ़ गईं।

जुलाई – अगस्त 2024

2 जुलाई को, हिंडनबर्ग ने खुलासा किया कि सेबी ने उनके खिलाफ एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 10 अगस्त को, हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति पर अडानी से जुड़े एक ऑफशोर फर्म में निवेश करने का आरोप लगाया गया। अगले दिन, बुच दंपति ने एक संयुक्त बयान जारी कर इन आरोपों को निराधार बताया। अडानी समूह ने भी इन दावों को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इनकी पूरी जांच की जा चुकी है और खारिज कर दिया गया है।

निष्कर्ष

सेबी ने निवेशकों से शांत रहने और अपनी उचित परिश्रम करने का आग्रह किया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि सोमवार को बाजार खुलने पर अस्थिर हो सकते हैं।

Doubts Revealed


Hindenburg Research -: Hindenburg Research एक कंपनी है जो वित्तीय धोखाधड़ी और बड़ी कंपनियों द्वारा की गई गलतियों की जांच और रिपोर्ट करती है।

SEBI -: SEBI का मतलब Securities and Exchange Board of India है। यह एक सरकारी संगठन है जो भारत में शेयर बाजार को नियंत्रित करता है ताकि निवेशकों की सुरक्षा हो सके।

Madhabi Puri Buch -: Madhabi Puri Buch SEBI की चेयरपर्सन हैं, जिसका मतलब है कि वह उस संगठन की प्रमुख हैं जो भारत में शेयर बाजार की निगरानी करता है।

offshore fund -: एक offshore fund एक प्रकार का निवेश फंड है जो उस देश से अलग देश में स्थित होता है जहाँ निवेशक रहते हैं। इसका उपयोग अक्सर पैसे और निवेश को प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।

Adani Group -: Adani Group एक बड़ी भारतीय कंपनी है जो ऊर्जा, संसाधन, लॉजिस्टिक्स और कृषि जैसे विभिन्न उद्योगों में काम करती है।

Supreme Court -: Supreme Court भारत की सर्वोच्च अदालत है। यह देश में महत्वपूर्ण कानूनी मामलों पर अंतिम निर्णय लेती है।

investigation deadlines -: जांच की समय सीमा वे तिथियाँ होती हैं जिनके द्वारा एक जांच पूरी होनी चाहिए। इस मामले में, SEBI को अपनी जांच पूरी करने के लिए अधिक समय दिया गया है।

baseless -: Baseless का मतलब है कि किसी चीज़ का कोई सबूत या समर्थन नहीं है। जब कोई कहता है कि एक आरोप बेबुनियाद है, तो उनका मतलब है कि यह सच नहीं है और इसका कोई प्रमाण नहीं है।

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