सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG 2024 को रखा बरकरार, धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी की आलोचना की

सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG 2024 को रखा बरकरार, धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी की आलोचना की

सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG 2024 को रखा बरकरार, धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी की आलोचना की

नई दिल्ली, 23 जुलाई: सुप्रीम कोर्ट ने NEET-UG 2024 परीक्षा को रद्द नहीं करने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर छात्रों को गुमराह करने और सामाजिक तनाव भड़काने का आरोप लगाया।

धर्मेंद्र प्रधान के बयान

धर्मेंद्र प्रधान ने नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जहां उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक निर्णय के बाद, मैं कहना चाहूंगा सत्यमेव जयते।” उन्होंने राहुल गांधी पर परीक्षा प्रणाली को अवैध ठहराने और छात्रों में भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया। प्रधान ने विपक्ष से छात्रों और उनके माता-पिता से माफी मांगने की अपील भी की।

राहुल गांधी की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी ने NEET की महत्ता और इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाने के लिए विपक्ष की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षा मंत्री पर NEET से संबंधित चिंताओं को संबोधित नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को संसद में उठाता रहेगा।

Doubts Revealed


सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत का सबसे उच्च न्यायालय है। यह कानूनों और न्याय के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेता है।

नीट-यूजी 2024 -: नीट-यूजी का मतलब नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर अंडरग्रेजुएट्स है। यह एक परीक्षा है जो छात्र मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए देते हैं।

धर्मेंद्र प्रधान -: धर्मेंद्र प्रधान भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री हैं। वह देश में शिक्षा नीतियों और कार्यक्रमों के लिए जिम्मेदार हैं।

राहुल गांधी -: राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता और विपक्ष के नेता हैं। वह अक्सर सरकार की कार्रवाइयों के खिलाफ बोलते हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री -: केंद्रीय शिक्षा मंत्री एक सरकारी अधिकारी होता है जो पूरे देश में शिक्षा का प्रभार संभालता है। वर्तमान में, यह धर्मेंद्र प्रधान हैं।

विपक्ष के नेता -: विपक्ष के नेता सबसे बड़े पार्टी के प्रमुख होते हैं जो सरकार में नहीं होती। इस मामले में, यह राहुल गांधी हैं।

छात्रों को गुमराह करना -: छात्रों को गुमराह करना का मतलब है उन्हें गलत जानकारी देना जो उन्हें भ्रमित कर सकती है या उन्हें कुछ गलत विश्वास दिला सकती है।

सामाजिक तनाव भड़काना -: सामाजिक तनाव भड़काना का मतलब है लोगों को एक-दूसरे से बहस या लड़ाई करने के लिए उकसाना, जो समाज में समस्याएं पैदा कर सकता है।

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