लोकसभा में राहुल गांधी और स्पीकर ओम बिरला की बहस
सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के बीच सदन में मौखिक बहस हुई। यह चर्चा तब शुरू हुई जब स्पीकर बिरला ने पूछा कि 26 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते समय राहुल गांधी ने क्यों झुककर अभिवादन किया, जिस दिन बिरला को स्पीकर चुना गया था।
राहुल गांधी का दृष्टिकोण
राहुल गांधी ने समझाया कि स्पीकर के शब्द भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष के नेता के रूप में उन्हें व्यक्तिगत पसंद-नापसंद को अलग रखकर विपक्ष की आवाज़ को प्रस्तुत करना होता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री और स्पीकर दोनों से हाथ मिलाया, लेकिन बिरला ने मोदी के सामने झुककर अभिवादन किया जबकि उनके साथ सीधे खड़े होकर हाथ मिलाया।
अमित शाह और ओम बिरला की प्रतिक्रिया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर स्पीकर की कुर्सी का अपमान करने का आरोप लगाया। इसके जवाब में, स्पीकर बिरला ने समझाया कि उनकी सांस्कृतिक मूल्य उन्हें बड़ों के सामने झुकने और समान लोगों के साथ सीधे खड़े होकर हाथ मिलाने की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा, “मेरी संस्कृति मुझे बड़ों के सामने झुकने और समान लोगों के साथ सीधे खड़े होकर हाथ मिलाने की शिक्षा देती है।”
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने स्पीकर के प्रति अपने सम्मान को दोहराया लेकिन यह भी कहा कि स्पीकर को किसी के सामने नहीं झुकना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्पीकर लोकसभा में अंतिम प्राधिकारी हैं और सभी सदस्य, जिसमें वह खुद भी शामिल हैं, स्पीकर के अधीनस्थ हैं। उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में अपने प्यार और स्नेह के साथ सभी दलों का प्रतिनिधित्व करने की अपनी भूमिका को भी उजागर किया।
अतिरिक्त टिप्पणियाँ
विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में, राहुल गांधी ने सरकार की अग्निवीर योजना और नीट पेपर लीक मुद्दे की भी आलोचना की।