पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और टीएमसी नेता के बीच शपथ ग्रहण समारोह पर विवाद

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और टीएमसी नेता के बीच शपथ ग्रहण समारोह पर विवाद

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और टीएमसी नेता कुणाल घोष के बीच शपथ ग्रहण समारोह पर विवाद

कोलकाता, पश्चिम बंगाल में, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता कुणाल घोष के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। यह विवाद दो नव-निर्वाचित टीएमसी विधायकों, रेयत हुसैन सरकार और सयंतिका बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह के इर्द-गिर्द है।

राज्यपाल की प्रतिक्रिया

राज्यपाल आनंद बोस ने कुणाल घोष की ‘होटल ताज पैलेस की अनकही कहानी’ के बारे में टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मैं उस दिन शाम 4:00 बजे के बाद इसका उत्तर दूंगा।’ घोष ने चेतावनी दी थी कि अगर सोमवार को दोपहर 3 बजे तक विधायकों को शपथ नहीं दिलाई गई, तो ‘अनकही कहानी’ का खुलासा किया जाएगा।

विधानसभा अध्यक्ष का बयान

पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने उम्मीद जताई कि राज्यपाल स्थिति को समझेंगे और जल्द ही शपथ ग्रहण समारोह के लिए विधानसभा आएंगे। उन्होंने एक पूर्व घटना का उल्लेख किया जब पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को उनके उप-चुनाव जीतने के बाद शपथ दिलाई थी।

विधायकों का विरोध

रेयत हुसैन सरकार और सयंतिका बनर्जी, जिन्होंने क्रमशः भगवांगोला और बरानगर निर्वाचन क्षेत्रों से उप-चुनाव जीता, ने राज्यपाल द्वारा शपथ दिलाने से इनकार करने या जिम्मेदारी को अध्यक्ष को सौंपने के बाद धरना प्रदर्शन किया। उप-चुनाव के परिणाम 5 जून को घोषित किए गए थे, जिसमें सरकार को 107,096 वोट और बनर्जी को 69,251 वोट मिले थे।

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