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हाथरस भगदड़ जांच पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर का विपक्ष को जवाब

हाथरस भगदड़ जांच पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर का विपक्ष को जवाब

हाथरस भगदड़ जांच पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर का विपक्ष को जवाब

लखनऊ (उत्तर प्रदेश) [भारत], 11 जुलाई: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने हाथरस भगदड़ घटना की जांच को लेकर विपक्ष की चिंताओं का जवाब दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर विपक्ष एसआईटी रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है, तो वे बताएं कि किस एजेंसी से जांच कराना चाहते हैं।

घटना का विवरण

यह भगदड़ 2 जुलाई को सिकंद्रा राव, हाथरस में एक धार्मिक ‘सत्संग’ कार्यक्रम के दौरान हुई थी। सरकार ने तुरंत एसआईटी जांच का आदेश दिया, जिसमें प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों, प्रत्यक्षदर्शियों और मीडिया साक्ष्यों के बयान शामिल थे। एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट में कार्यक्रम आयोजकों को दुर्घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।

मंत्री का बयान

मंत्री राजभर ने जोर देकर कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष की आलोचना की कि वे केवल गलतियों की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन रचनात्मक सुझाव नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष इस जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है, तो वे लिखित में दें कि किस जांच एजेंसी को हाथरस घटना की जांच करनी चाहिए। सरकार हर तरह से जांच कराने के लिए तैयार है।”

किए गए कार्य

एसआईटी ने लापरवाही के लिए छह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें निलंबित कर दिया गया। इन अधिकारियों में उप-जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस सर्कल अधिकारी, स्टेशन अधिकारी, तहसीलदार और सिकंद्राराव के दो चौकी इंचार्ज शामिल हैं। जांच में कार्यक्रम आयोजक और तहसील स्तर के पुलिस और प्रशासन को भी दोषी पाया गया।

न्यायिक कार्यवाही

मुख्य आरोपी देवप्रकाश माधुकर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। भगदड़ में मारे गए 121 लोगों के शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए।

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