भारत और सिंगापुर वायुसेनाओं का 12वां संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण शुरू

भारत और सिंगापुर वायुसेनाओं का 12वां संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण शुरू

भारत और सिंगापुर वायुसेनाओं का 12वां संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण

भारत और सिंगापुर की वायुसेनाओं ने पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा वायुसेना स्टेशन पर अपने 12वें संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (JMT) अभ्यास की शुरुआत की है। यह अभ्यास सोमवार से शुरू हुआ और इसका द्विपक्षीय चरण 13 से 21 नवंबर, 2024 तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य उन्नत वायु युद्ध सिमुलेशन, संयुक्त मिशन योजना और डिब्रीफिंग सत्रों के माध्यम से सहयोग को बढ़ाना है।

भाग लेने वाली सेनाएं और विमान

सिंगापुर गणराज्य वायुसेना (RSAF) अपने सबसे बड़े दल के साथ भाग ले रही है, जिसमें F-16 और F-15 स्क्वाड्रनों के एयरक्रू और समर्थन कर्मी शामिल हैं, साथ ही G-550 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग और कंट्रोल (AEW&C) और C-130 विमान भी शामिल हैं। भारतीय वायुसेना (IAF) राफेल, मिराज 2000 ITI, सु-30 MKI, तेजस, मिग-29 और जगुआर विमानों के साथ शामिल होगी।

लक्ष्य और गतिविधियाँ

JMT का उद्देश्य दोनों वायुसेनाओं के बीच अंतरसंचालनीयता को सुधारना, युद्ध तत्परता को तेज करना और ज्ञान का आदान-प्रदान करना है। यह अभ्यास RSAF की IAF द्वारा आयोजित बड़े बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास Ex-Tarang Shakti में भागीदारी के बाद हो रहा है, जो दोनों सेनाओं के बीच बढ़ते पेशेवर संबंधों को दर्शाता है।

वायु संचालन के अलावा, दोनों वायुसेनाओं के कर्मी अगले सात हफ्तों में खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेंगे, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेंगे और आपसी सम्मान को बढ़ावा देंगे।

JMT-2024 का महत्व

JMT-2024 भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को रेखांकित करता है, जो वर्षों के सहयोग और संयुक्त अभ्यासों पर आधारित है।

Doubts Revealed


कलाईकुंडा -: कलाईकुंडा पश्चिम बंगाल, भारत में एक स्थान है, जहाँ भारतीय वायु सेना का एक एयरबेस है। इसका उपयोग प्रशिक्षण और सैन्य अभ्यास के लिए किया जाता है।

संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण -: संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण तब होता है जब दो या अधिक देशों की सैन्य सेनाएँ एक साथ अभ्यास करती हैं। यह उन्हें एक साथ काम करने और अपनी क्षमताओं को सुधारने में मदद करता है।

सिंगापुर गणराज्य वायु सेना -: सिंगापुर गणराज्य वायु सेना सिंगापुर की वायु सेना है। यह सिंगापुर के हवाई क्षेत्र की रक्षा के लिए जिम्मेदार है।

एफ-16, एफ-15, जी-550 AEW&C, सी-130 -: ये सिंगापुर वायु सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले विमान हैं। एफ-16 और एफ-15 लड़ाकू विमान हैं, जी-550 AEW&C निगरानी के लिए विमान है, और सी-130 एक परिवहन विमान है।

राफेल, मिराज 2000 आईटीआई, सु-30 एमकेआई, तेजस, मिग-29, जगुआर -: ये भारतीय वायु सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले विमान हैं। इनमें राफेल और सु-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान शामिल हैं, जो हवाई युद्ध के लिए उपयोग किए जाते हैं।

अंतरसंचालनीयता -: अंतरसंचालनीयता का अर्थ है विभिन्न सैन्य बलों की एक साथ प्रभावी ढंग से काम करने की क्षमता। यह संयुक्त संचालन और अभ्यासों के लिए महत्वपूर्ण है।

लड़ाई की तैयारी -: लड़ाई की तैयारी का अर्थ है सैन्य संघर्ष में लड़ने के लिए तैयार होना। इसमें प्रशिक्षित कर्मियों और उपकरणों को कार्रवाई के लिए तैयार रखना शामिल है।

द्विपक्षीय रक्षा संबंध -: द्विपक्षीय रक्षा संबंध दो देशों के बीच एक साझेदारी है जो रक्षा मामलों में एक-दूसरे का समर्थन करती है। इसमें सहयोग और प्रशिक्षण अभ्यास जैसी संयुक्त गतिविधियाँ शामिल होती हैं।

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