विजयवाड़ा में छठ पूजा: कृष्णा नदी के तट पर भक्तों की उमड़ी भीड़

विजयवाड़ा में छठ पूजा: कृष्णा नदी के तट पर भक्तों की उमड़ी भीड़

विजयवाड़ा में छठ पूजा समारोह

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में, भक्तों ने कृष्णा नदी के तट पर छठ पूजा के अंतिम दिन का उत्सव मनाया। यह पर्व सनातन धर्म में महत्वपूर्ण है और इसमें उगते सूर्य को ‘अर्घ्य’ अर्पित किया जाता है।

पारंपरिक अनुष्ठान

महिलाओं ने बांस के ‘सूप’ और ‘डगर’ का उपयोग करके फल और सब्जियों जैसी वस्तुएं देवी को अर्पित कीं। बिहार के बेगूसराय से आए भक्त दिनेश कुमार ने छठ मनाने की खुशी और उत्साह व्यक्त किया, और इसके महत्व को स्थान की परवाह किए बिना बताया।

भक्तों के दृष्टिकोण

बिहार के छपरा की संजय देवी ने छठ पूजा को ‘महापर्व’ बताया और अर्पण की गई वस्तुओं का विवरण दिया। पटना की बिनीता वैभव ने बिहारी लोगों के लिए इस पर्व के महत्व को उजागर किया, जिसमें परिवार की भलाई के लिए सूर्य देव और छठी मइया की प्रार्थना की जाती है।

पर्व का पालन

देश भर में, भक्त नदी के किनारे ‘अर्घ्य’ अर्पित करने के लिए एकत्रित हुए। चार दिवसीय उत्सव में नहाय-खाय, खरना, छठ पूजा और उषा अर्घ्य शामिल हैं। जीवन को बनाए रखने के लिए सूर्य देव का धन्यवाद करने के लिए उपवास रखा जाता है।

भौगोलिक महत्व

छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, नेपाल के कुछ हिस्सों और इन क्षेत्रों के प्रवासी समुदायों द्वारा मनाई जाती है।

Doubts Revealed


छठ पूजा -: छठ पूजा सूर्य देवता को समर्पित एक हिंदू त्योहार है। लोग अपने परिवार की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं और पृथ्वी पर जीवन देने के लिए सूर्य का धन्यवाद करते हैं।

विजयवाड़ा -: विजयवाड़ा भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश का एक शहर है। यह अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है।

अर्घ्य -: अर्घ्य छठ पूजा के दौरान सूर्य देवता को दिया जाने वाला एक अर्पण है। इसमें आमतौर पर पानी और अन्य पवित्र वस्तुएं शामिल होती हैं।

कृष्णा नदी -: कृष्णा नदी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है। यह महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों से होकर बहती है।

सनातन धर्म -: सनातन धर्म हिंदू धर्म का एक और नाम है। इसका अर्थ ‘शाश्वत कर्तव्य’ है और यह हिंदुओं द्वारा पालन की जाने वाली प्राचीन धार्मिक प्रथाओं को संदर्भित करता है।

बांस का ‘सूप’ और ‘डगर’ -: बांस का ‘सूप’ एक पारंपरिक अनाज फटकने की टोकरी है, और ‘डगर’ एक प्रकार का पात्र है। इन्हें छठ पूजा के दौरान अर्पण रखने के लिए उपयोग किया जाता है।

बिहार -: बिहार पूर्वी भारत का एक राज्य है। यह अपनी ऐतिहासिक महत्वता और छठ पूजा जैसे सांस्कृतिक त्योहारों के लिए जाना जाता है।

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