देहरादून पुलिस के घोड़े ‘तक्षक’ को अंतिम सलामी
देहरादून, उत्तराखंड में देहरादून पुलिस के घोड़े ‘तक्षक’ का अचानक निधन हो गया। गुरुवार को पुलिस लाइन देहरादून में उन्हें अंतिम सलामी दी गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का श्रद्धांजलि
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने तक्षक की असामयिक मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
सेवा और योगदान
तक्षक 2023 में देहरादून पुलिस घुड़सवार दल में शामिल हुए थे। अपनी सेवा के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण शांति स्थापना और वीवीआईपी ड्यूटी में योगदान दिया।
Doubts Revealed
देहरादून -: देहरादून भारत के उत्तरी भाग में एक शहर है, और यह उत्तराखंड राज्य की राजधानी है।
पुलिस घोड़ा -: एक पुलिस घोड़ा वह घोड़ा होता है जिसे पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी में मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जैसे भीड़ नियंत्रण और गश्त।
तक्षक -: तक्षक देहरादून पुलिस घोड़ा दस्ते का हिस्सा था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक -: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पुलिस विभाग में एक उच्च रैंकिंग अधिकारी होता है जो एक जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है।
अजय सिंह -: अजय सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का नाम है जिन्होंने पुलिस घोड़े तक्षक की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।
माला -: माला फूलों या पत्तियों की एक गोलाकार व्यवस्था होती है जो अक्सर सम्मान या शोक के प्रतीक के रूप में उपयोग की जाती है।
शांति स्थापना -: शांति स्थापना उन गतिविधियों को संदर्भित करती है जो एक समुदाय या क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करती हैं।
वीवीआईपी ड्यूटी -: वीवीआईपी ड्यूटी में बहुत महत्वपूर्ण व्यक्तियों, जैसे राजनेताओं या हस्तियों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करना शामिल होता है।
अंतिम सलामी -: अंतिम सलामी एक सम्मान का इशारा है जो किसी के निधन पर दिया जाता है, अक्सर सैन्य या पुलिस संदर्भों में उपयोग किया जाता है।