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वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में श्रद्धालुओं का पवित्र स्नान

वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में श्रद्धालुओं का पवित्र स्नान

वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में श्रद्धालुओं का पवित्र स्नान

15 नवंबर को, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर गंगा नदी में पवित्र स्नान के लिए एकत्रित हुए। यह पर्व हिंदू महीने कार्तिक की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और इसे देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। यह चातुर्मास के अंत का प्रतीक है, जब भगवान विष्णु के सोने की मान्यता है। श्रद्धालुओं ने पूजा अनुष्ठान किए और प्रार्थनाएं अर्पित कीं, इस अवसर को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया।

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वाराणसी -: वाराणसी भारत का एक बहुत पुराना और प्रसिद्ध शहर है, जो उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। यह अपने मंदिरों और गंगा नदी के लिए जाना जाता है, जिसे हिंदुओं द्वारा बहुत पवित्र माना जाता है।

गंगा नदी -: गंगा नदी, जिसे गंगा भी कहा जाता है, भारत की एक पवित्र नदी है। कई लोग मानते हैं कि इस नदी में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और आशीर्वाद प्राप्त होता है।

कार्तिक पूर्णिमा -: कार्तिक पूर्णिमा एक विशेष त्योहार है जो हिंदुओं द्वारा कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह प्रार्थनाओं, अनुष्ठानों और नदियों में पवित्र स्नान का समय होता है।

देव दीपावली -: देव दीपावली वाराणसी में मनाया जाने वाला एक त्योहार है, जो भगवान शिव की राक्षस त्रिपुरासुर पर विजय का प्रतीक है। इसे दीपों के साथ मनाया जाता है और इसे ‘देवताओं की दिवाली’ भी कहा जाता है।

चातुर्मास -: चातुर्मास हिंदू कैलेंडर में चार महीने की अवधि है जब भगवान विष्णु को सोया हुआ माना जाता है। यह धार्मिक अनुष्ठानों और उपवास का समय होता है।

भगवान विष्णु -: भगवान विष्णु हिंदू धर्म के मुख्य देवताओं में से एक हैं, जिन्हें ब्रह्मांड के संरक्षक के रूप में जाना जाता है। उन्हें अक्सर नीली त्वचा और चार भुजाओं के साथ चित्रित किया जाता है।

पूजा अनुष्ठान -: पूजा अनुष्ठान हिंदुओं द्वारा अपने देवताओं की पूजा और भक्ति दिखाने के लिए किए जाने वाले धार्मिक समारोह होते हैं। इन अनुष्ठानों में अक्सर प्रार्थनाएं, भेंट और मंत्रोच्चारण शामिल होते हैं।
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