प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12-13 फरवरी को अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल के बाद उनकी पहली मुलाकात होगी। यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने का 'शानदार अवसर' बताया, जिसमें आर्थिक विकास, रक्षा सहयोग और तकनीकी सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अघी ने दोनों नेताओं के आपसी लक्ष्यों पर जोर दिया, जिसमें राष्ट्रपति ट्रम्प 'परिवर्तन लाने' का प्रयास कर रहे हैं और भारत अमेरिका से बढ़ी हुई निवेश और उन्नत तकनीक की पहुंच चाहता है। यह बैठक अगले चार वर्षों के लिए एजेंडा सेट करने का एक अवसर मानी जा रही है।
रक्षा सहयोग एक प्रमुख क्षेत्र है, जिसमें अघी ने दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी का उल्लेख किया। उन्होंने भारत से रक्षा आदेशों में भागीदारी की उम्मीद जताई, जो दोनों देशों के लिए लाभकारी हो सकता है।
ओआरएफ अमेरिका के कार्यकारी निदेशक ध्रुव जयशंकर ने बैठक से अपेक्षित दो मुख्य प्रकार के रक्षा समझौतों का विवरण दिया: मौजूदा अमेरिकी इन्वेंटरी का अधिग्रहण और नए प्लेटफार्मों के लिए सह-उत्पादन या तकनीकी लाभ प्राप्त करना। ये समझौते भारत की प्राथमिकताओं के अनुरूप हैं और अमेरिका को नौकरियां सृजित करने और व्यापार घाटा कम करने में मदद कर सकते हैं।
पीएम मोदी का मतलब नरेंद्र मोदी है, जो भारत के प्रधानमंत्री हैं। वह भारतीय सरकार के नेता हैं और अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं।
यूएस का मतलब यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका है, जो उत्तरी अमेरिका में स्थित एक देश है। यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है और भारत के साथ इसका मजबूत संबंध है।
प्रेसिडेंट ट्रम्प का मतलब डोनाल्ड ट्रम्प है, जो 2017 से 2021 तक संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति थे। वह उस समय अमेरिकी सरकार के नेता थे।
यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम एक संगठन है जो संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करता है। यह आर्थिक विकास, रक्षा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है।
रक्षा सहयोग का मतलब सैन्य और रक्षा-संबंधी गतिविधियों में एक साथ काम करना है। इसमें प्रौद्योगिकी साझा करना, प्रशिक्षण और रक्षा उपकरण खरीदने या उत्पादन करने के लिए समझौते करना शामिल हो सकता है।
द्विपक्षीय संबंध का मतलब दो देशों के बीच का संबंध है। इस संदर्भ में, इसका मतलब भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच का संबंध है, जो यह दर्शाता है कि वे कैसे एक साथ काम करते हैं और एक-दूसरे का समर्थन करते हैं।
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