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भारी बारिश से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, वाराणसी के घाट डूबे

भारी बारिश से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, वाराणसी के घाट डूबे

भारी बारिश से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा, वाराणसी के घाट डूबे

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है और गुरुवार सुबह वाराणसी के घाट डूब गए।

तीर्थयात्रियों पर प्रभाव

दिल्ली के तीर्थयात्री आनंद ने कहा कि भारी बारिश के कारण वह काशी विश्वनाथ मंदिर नहीं जा सके और भगवान शिव का आशीर्वाद नहीं ले सके। उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली से मंदिर के दर्शन और आशीर्वाद लेने आया था। लेकिन यहां बहुत बारिश हो रही है और हमें बाहर नहीं जाने के लिए कहा गया है। कल एक घर गिर गया था और अब घाट डूब गए हैं।”

निवासियों पर प्रभाव

हालांकि नदी अभी भी खतरे के निशान से नीचे बह रही है, लेकिन पानी बाघड़ा, सलोरी और राजापुर क्षेत्रों के घरों में प्रवेश कर गया है। प्रयागराज से भी दृश्य सामने आए हैं जहां लोग नावों का उपयोग कर रहे हैं। प्रयागराज के निवासी श्याम पांडे ने कहा, “प्रयागराज में स्थिति खराब है। गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण जलभराव हो गया है और पानी हमारे घरों में प्रवेश कर गया है। हमारी दैनिक जीवन की गतिविधियाँ ठप हो गई हैं।”

एक अन्य निवासी शुक्ला ने कहा, “हम बढ़ते जलस्तर के कारण समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हम स्थानों पर जाने के लिए नावों का उपयोग कर रहे हैं। बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।”

बढ़ते जलस्तर

पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश और कई स्थानों पर बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, गंगा नदी का जलस्तर प्रति घंटे चार सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में और बढ़ेगा। गंगा के घाटों के बीच की कनेक्टिविटी जलस्तर बढ़ने के कारण टूट गई है। गंगा के किनारे के मंदिरों में भी पानी भर गया है। वाराणसी में गंगा आरती का स्थल बदलकर अब छतों पर किया जा रहा है।

Doubts Revealed


उत्तर प्रदेश -: उत्तर प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक राज्य है। यह अपने समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।

गंगा नदी -: गंगा नदी भारत की सबसे लंबी और महत्वपूर्ण नदियों में से एक है। इसे हिंदुओं द्वारा बहुत पवित्र माना जाता है।

घाट -: घाट नदी के किनारे पर बने सीढ़ियाँ होती हैं, जो अक्सर स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग की जाती हैं। वाराणसी में ये बहुत प्रसिद्ध हैं।

वाराणसी -: वाराणसी उत्तर प्रदेश का एक शहर है, जो अपने मंदिरों और गंगा नदी के किनारे बने घाटों के लिए जाना जाता है। यह हिंदुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है।

तीर्थयात्री -: तीर्थयात्री वे लोग होते हैं जो धार्मिक कारणों से किसी पवित्र स्थान की यात्रा करते हैं। इस मामले में, वे वाराणसी की यात्रा कर रहे हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर -: काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है।

प्रयागराज -: प्रयागराज, जिसे इलाहाबाद भी कहा जाता है, उत्तर प्रदेश का एक और शहर है। यह कुंभ मेला उत्सव के लिए जाना जाता है।

जलभराव -: जलभराव तब होता है जब कोई क्षेत्र पानी से भर जाता है, जिससे चलना या गाड़ी चलाना मुश्किल हो जाता है।

केंद्रीय जल आयोग -: केंद्रीय जल आयोग एक भारतीय सरकारी एजेंसी है जो देश में जल संसाधनों की निगरानी और प्रबंधन करती है।

गंगा आरती -: गंगा आरती एक धार्मिक अनुष्ठान है जो गंगा नदी के किनारे किया जाता है, जिसमें नदी को प्रार्थनाएँ और भेंट चढ़ाई जाती हैं।
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