महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर केंद्रीय मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि

महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर केंद्रीय मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि

महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर केंद्रीय मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, जेपी नड्डा और शोभा करंदलाजे ने नई दिल्ली के खादी भंडार में महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।

खादी का प्रचार

जीतन राम मांझी ने बताया कि महात्मा गांधी ने आत्मनिर्भरता और रोजगार के लिए खादी का प्रचार किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खादी का समर्थन करते हैं, जो कपड़ों के जैविक निर्माण को बढ़ावा देता है।

स्वच्छता पर जोर

शोभा करंदलाजे ने बताया कि गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्वच्छता और खादी पहनने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री की पहल ने युवाओं को खादी पहनने के लिए प्रेरित किया है।

स्वतंत्रता संग्राम में खादी की भूमिका

जेपी नड्डा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में खादी की महत्वपूर्ण भूमिका थी और गांधी ने इसे लोगों को एकजुट करने के लिए बढ़ावा दिया। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में खादी की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और इसका बाजार काफी बढ़ा है।

प्रधानमंत्री की श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके सत्य, सद्भाव और समानता के आदर्शों पर जोर दिया।

Doubts Revealed


केंद्रीय मंत्री -: केंद्रीय मंत्री भारत सरकार में महत्वपूर्ण लोग होते हैं जो निर्णय लेने और देश चलाने में मदद करते हैं। वे केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा होते हैं, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं।

महात्मा गांधी -: महात्मा गांधी एक महान नेता थे जिन्होंने भारत को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र कराने में मदद की। वे अपने शांतिपूर्ण तरीकों और सत्य और अहिंसा के बारे में शिक्षाओं के लिए जाने जाते हैं।

१५५वीं जयंती -: इसका मतलब है कि महात्मा गांधी के जन्म के १५५ साल हो गए हैं। उनका जन्मदिन हर साल २ अक्टूबर को मनाया जाता है।

फूलों की श्रद्धांजलि -: फूलों की श्रद्धांजलि तब होती है जब लोग सम्मान और आदर दिखाने के लिए किसी विशेष स्थान, जैसे मूर्ति या स्मारक पर फूल चढ़ाते हैं।

खादी भंडार -: खादी भंडार वह स्थान है जहाँ खादी से बने कपड़े बेचे जाते हैं, जो हाथ से काते और बुने जाते हैं। गांधी ने खादी को आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में बढ़ावा दिया।

खादी -: खादी एक प्रकार का कपड़ा है जो चरखे का उपयोग करके हाथ से बनाया जाता है। गांधी ने लोगों को खादी पहनने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि स्थानीय कामगारों का समर्थन हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें।

आत्मनिर्भरता -: आत्मनिर्भरता का मतलब है कि आप बिना दूसरों पर निर्भर हुए अपने काम खुद कर सकें। गांधी चाहते थे कि लोग अपने कपड़े और सामान खुद बनाएं ताकि वे अधिक स्वतंत्र बन सकें।

स्वतंत्रता संग्राम -: स्वतंत्रता संग्राम उन प्रयासों और आंदोलनों को संदर्भित करता है जो भारतीयों ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए किए। गांधी ने इस संग्राम में शांतिपूर्ण तरीकों का उपयोग करके बड़ी भूमिका निभाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री हैं। वे सरकार के प्रमुख हैं और देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

सत्य, सद्भाव और समानता -: ये महत्वपूर्ण मूल्य हैं जिनमें गांधी विश्वास करते थे। सत्य का मतलब है ईमानदार होना, सद्भाव का मतलब है दूसरों के साथ शांति से रहना, और समानता का मतलब है सभी को समान रूप से मानना।

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