नासिक में दुखद दुर्घटना: दो बहादुर अग्निवीरों की जान गई

नासिक में दुखद दुर्घटना: दो बहादुर अग्निवीरों की जान गई

नासिक में दुखद दुर्घटना: दो बहादुर अग्निवीरों की जान गई

महाराष्ट्र के नासिक में एक दुखद घटना में, भारतीय सेना के दो अग्निवीर, गनर सैकत और गनर गोहिल विश्वराजसिंह, एक प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान अपनी जान गंवा बैठे। यह दुर्घटना तब हुई जब देवली फील्ड फायरिंग रेंज में एक तोप का गोला फट गया। ये अग्निवीर हैदराबाद से देवली के आर्टिलरी स्कूल में प्रशिक्षण के लिए आए थे। भारतीय सेना ने इस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू की है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और सभी रैंकों ने इन बहादुर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की।

Doubts Revealed


अग्निवीर -: अग्निवीर भारतीय सेना की एक विशेष भर्ती योजना के तहत युवा सैनिक होते हैं। उन्हें देश की सेवा करने और किसी भी खतरे से बचाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।

नासिक -: नासिक भारत के महाराष्ट्र राज्य का एक शहर है। यह अपने सुंदर मंदिरों के लिए जाना जाता है और हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।

तोप का गोला -: तोप का गोला एक प्रकार का विस्फोटक हथियार होता है जिसका उपयोग सेना द्वारा किया जाता है। इसे बड़े तोपों से दागा जाता है और सैन्य प्रशिक्षण और युद्ध में उपयोग किया जाता है।

देवलाली फील्ड फायरिंग रेंज -: देवलाली फील्ड फायरिंग रेंज नासिक में एक स्थान है जहाँ भारतीय सेना प्रशिक्षण अभ्यास करती है। सैनिक यहाँ हथियारों का उपयोग करने का अभ्यास करते हैं और महत्वपूर्ण कौशल सीखते हैं।

जांच अदालत -: जांच अदालत सेना द्वारा की गई एक जांच होती है ताकि किसी घटना के दौरान क्या हुआ, इसका पता लगाया जा सके। यह कारण को समझने और भविष्य में दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करता है।

सेना प्रमुख -: सेना प्रमुख भारतीय सेना में सबसे उच्च रैंकिंग अधिकारी होते हैं। जनरल उपेंद्र द्विवेदी वर्तमान सेना प्रमुख हैं, और वे देश की रक्षा में सेना का नेतृत्व करते हैं।

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