सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दी
नई दिल्ली, भारत – भारत के सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में जमानत दी है। इस फैसले का स्वागत कई राजनीतिक नेताओं ने किया, जिनमें आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल हैं।
राघव चड्ढा की प्रतिक्रिया
राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “वेलकम बैक, अरविंद केजरीवाल, हमें आपकी बहुत याद आई! सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन पराजित नहीं किया जा सकता! अंततः माननीय सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल को जेल की बेड़ियों से मुक्त करने का निर्णय लिया है। माननीय सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद!”
मनीष सिसोदिया का बयान
मनीष सिसोदिया ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “आज एक बार फिर सत्य ने झूठ और साजिशों के खिलाफ जीत हासिल की है। मैं एक बार फिर बाबा साहेब अंबेडकर जी की सोच और दूरदर्शिता को नमन करता हूं, जिन्होंने 75 साल पहले आम आदमी को किसी भी भविष्य के तानाशाह के खिलाफ मजबूत किया था।”
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का दृष्टिकोण
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने टिप्पणी की, “पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत मिली और अब अरविंद केजरीवाल को… सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को जमानती पाया… केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्षी दलों के खिलाफ कर रही है। देश में डर का माहौल है… यह सुप्रीम कोर्ट का सर्वसम्मत निर्णय है और हम इसका स्वागत करते हैं।”
मामले का विवरण
सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा कि लंबे समय तक कारावास अनुचित स्वतंत्रता से वंचित करने के समान है। केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 मार्च 2024 को मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जो अब रद्द की गई दिल्ली शराब नीति 2021-22 से संबंधित थी। बाद में उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने 26 जून 2024 को ED की हिरासत में रहते हुए गिरफ्तार किया।
इससे पहले, दिल्ली उच्च न्यायालय ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को कानूनी ठहराया था, यह कहते हुए कि पर्याप्त सबूत थे और CBI की कार्रवाई में कोई दुर्भावना नहीं थी। उच्च न्यायालय ने नोट किया कि केजरीवाल का गवाहों पर प्रभाव महत्वपूर्ण था, क्योंकि वे केवल उनकी गिरफ्तारी के बाद ही गवाही देने की हिम्मत जुटा सके।
Doubts Revealed
सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत का सबसे उच्च न्यायालय है। यह कानूनों और न्याय के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेता है।
जमानत -: जमानत तब होती है जब किसी को गिरफ्तार किया गया हो और उसे उनके मुकदमे तक घर जाने की अनुमति दी जाती है, आमतौर पर पैसे देकर यह वादा किया जाता है कि वे वापस आएंगे।
दिल्ली सीएम -: दिल्ली सीएम का मतलब दिल्ली के मुख्यमंत्री है। मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार के प्रमुख होते हैं।
अरविंद केजरीवाल -: अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। वह आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता हैं।
उत्पाद नीति मामला -: उत्पाद नीति मामला उन नियमों के बारे में है जो शराब जैसे वस्तुओं पर करों के बारे में हैं। यह मामला उन नियमों में कथित भ्रष्टाचार के बारे में है।
AAP -: AAP का मतलब आम आदमी पार्टी है। यह भारत की एक राजनीतिक पार्टी है जो भ्रष्टाचार से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करती है।
राघव चड्ढा -: राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी के नेता हैं। वह दिल्ली में एक राजनीतिज्ञ भी हैं।
मनीष सिसोदिया -: मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के एक और नेता हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।
कांग्रेस -: कांग्रेस भारत की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। यह देश की सबसे पुरानी पार्टियों में से एक है।
प्रमोद तिवारी -: प्रमोद तिवारी कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। वह भारत में एक राजनीतिज्ञ भी हैं।
कैद -: कैद का मतलब जेल या कारागार में डाला जाना है।
ईडी -: ईडी का मतलब प्रवर्तन निदेशालय है। यह एक सरकारी एजेंसी है जो वित्तीय अपराधों की जांच करती है।
सीबीआई -: सीबीआई का मतलब केंद्रीय जांच ब्यूरो है। यह भारत की एक शीर्ष एजेंसी है जो गंभीर अपराधों की जांच करती है।
दिल्ली उच्च न्यायालय -: दिल्ली उच्च न्यायालय दिल्ली का एक प्रमुख न्यायालय है। यह क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण कानूनी निर्णय लेता है।