संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान के दावों का दिया करारा जवाब
न्यूयॉर्क [अमेरिका], 28 सितंबर: भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के आरोपों का करारा जवाब दिया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव, भाविका मंगलानंदन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा जम्मू और कश्मीर के मुद्दे को उठाने पर कड़ी आलोचना की।
भारत का सशक्त प्रतिवाद
अपने ‘राइट टू रिप्लाई’ में, मंगलानंदन ने जम्मू और कश्मीर में चुनावों को बाधित करने के लिए पाकिस्तान के आतंकवाद के उपयोग को उजागर किया, जिसे उन्होंने भारत का अभिन्न हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कार्य उसके अपने आतंकवाद और धांधली वाले चुनावों के इतिहास को देखते हुए पाखंडी हैं।
ऐतिहासिक संदर्भ
मंगलानंदन ने 2008 के मुंबई हमलों और 2001 में भारतीय संसद पर हमले का उदाहरण देते हुए पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद का उल्लेख किया। उन्होंने 1971 के बांग्लादेश नरसंहार और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का भी जिक्र किया।
पाकिस्तान के दावे
इससे पहले, शहबाज शरीफ ने भारत से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू और कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए संवाद में शामिल होने का आह्वान किया था। उन्होंने भारत पर पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार करने और 5 अगस्त 2019 से एकतरफा कदम उठाने का आरोप लगाया।
भारत का रुख
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंध चाहता है, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को आतंकवाद मुक्त वातावरण बनाना होगा। भारत ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों के समर्थन के सबूत प्रस्तुत किए हैं।
Doubts Revealed
भारतीय राजनयिक -: एक राजनयिक वह व्यक्ति होता है जो अपने देश का प्रतिनिधित्व दूसरे देश में या अंतरराष्ट्रीय बैठकों में करता है। भाविका मंगलानंदन एक भारतीय राजनयिक हैं जो संयुक्त राष्ट्र में काम करती हैं।
यूएनजीए -: यूएनजीए का मतलब संयुक्त राष्ट्र महासभा है। यह एक बड़ी बैठक है जहां सभी देशों के प्रतिनिधि एक साथ आते हैं और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
प्रथम सचिव -: एक प्रथम सचिव एक वरिष्ठ राजनयिक होता है जो संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने में मदद करता है।
जम्मू और कश्मीर -: जम्मू और कश्मीर उत्तरी भारत का एक क्षेत्र है जो कई वर्षों से भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष का बिंदु रहा है।
आतंकवाद -: आतंकवाद वह होता है जब लोग हिंसा और डर का उपयोग करके अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, अक्सर राजनीतिक कारणों से।
अनुच्छेद 370 का निरसन -: अनुच्छेद 370 भारतीय संविधान का एक हिस्सा था जो जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देता था। निरसन का मतलब है कि यह विशेष दर्जा हटा दिया गया।
द्विपक्षीय संबंध -: द्विपक्षीय संबंध दो देशों के बीच के संबंध होते हैं। भारत चाहता है कि पाकिस्तान के साथ ये संबंध आतंकवाद से मुक्त हों।
शहबाज शरीफ -: शहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। वह देश के नेता हैं और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।