तिब्बती केंद्र ने चीनी अधिकारियों से हिरासत में लिए गए तिब्बतियों की जानकारी मांगी

तिब्बती केंद्र ने चीनी अधिकारियों से हिरासत में लिए गए तिब्बतियों की जानकारी मांगी

तिब्बती केंद्र ने हिरासत में लिए गए तिब्बतियों की जानकारी मांगी

जानकारी के लिए तात्कालिक अपील

तिब्बती मानवाधिकार और लोकतंत्र केंद्र (TCHRD) ने चीनी अधिकारियों से सिचुआन प्रांत के नगाबा में हिरासत में लिए गए चार तिब्बतियों की स्थिति का खुलासा करने की मांग की है। इनमें किर्ति मठ के भिक्षु लोबसांग सम्तेन और लोबसांग त्रिनले शामिल हैं, जिन्हें सितंबर की शुरुआत में बिना किसी जानकारी के हिरासत में लिया गया था।

हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की पृष्ठभूमि

लोबसांग सम्तेन, 53, बचपन से भिक्षु हैं और करम्पा कक्षा में छात्र हैं। उन्हें पहले 2011 में भी हिरासत में लिया गया था। लोबसांग त्रिनले, जिन्हें ड्रेनपो के नाम से जाना जाता है, किर्ति मठ में अनुष्ठानों के आयोजन में शामिल हैं। वांग्की, 43, और त्सेरिंग ताशी, 41, हरित्सांग परिवार से हैं, और उनकी गिरफ्तारी के पीछे भारत में संपर्क होने की संभावना जताई जा रही है।

बढ़ती दमन की स्थिति

नगाबा में दमन बढ़ गया है, जहां मनमानी हिरासत और गुप्त सजा आम हो गई है। स्थानीय तिब्बतियों को डराया जाता है, जिससे जानकारी का बाहर आना मुश्किल हो जाता है। यहां तक कि रिहा किए गए बंदियों को भी अपनी हिरासत के विवरण साझा करने से रोका जाता है।

विस्तृत संदर्भ

यह घटना जुलाई में दो बौद्ध मठ स्कूलों के बंद होने के बाद हुई है, जिससे 1,600 नवदीक्षित भिक्षुओं पर असर पड़ा। यह तिब्बती संस्कृति को प्रमुख हान चीनी संस्कृति में समाहित करने के अभियान का हिस्सा है।

कार्रवाई की अपील

TCHRD ने चीनी अधिकारियों से मनमानी हिरासत को रोकने और हिरासत में लिए गए तिब्बतियों की जानकारी प्रदान करने की अपील की है। संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तिब्बती अधिकारों के लिए समर्थन की भी मांग की है।

Doubts Revealed


तिब्बती मानवाधिकार और लोकतंत्र केंद्र -: यह एक संगठन है जो तिब्बती लोगों के लिए मानवाधिकारों की रक्षा और प्रोत्साहन के लिए काम करता है। वे तिब्बतियों के लिए स्वतंत्रता, न्याय और समानता जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

नगाबा -: नगाबा चीन के सिचुआन प्रांत में एक क्षेत्र है, जहां कई तिब्बती लोग रहते हैं। यह तिब्बती संस्कृति और मठों के लिए जाना जाता है।

कीर्ति मठ -: कीर्ति मठ नगाबा में स्थित एक प्रसिद्ध तिब्बती बौद्ध मठ है। यह तिब्बतियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है।

मनमानी गिरफ्तारियाँ -: मनमानी गिरफ्तारियाँ का मतलब है कि लोगों को बिना किसी स्पष्ट कारण या कानूनी प्रक्रिया के हिरासत में लिया जाता है। यह अक्सर अधिकारियों द्वारा लोगों को नियंत्रित या दंडित करने के लिए किया जाता है।

गुप्त सजा -: गुप्त सजा का मतलब है कि लोगों को बिना सार्वजनिक मुकदमे या स्पष्ट व्याख्या के दंड या जेल की सजा दी जाती है। यह आमतौर पर जनता से छिपाकर किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय समर्थन -: अंतरराष्ट्रीय समर्थन का मतलब है अन्य देशों या वैश्विक संगठनों से मदद या समर्थन प्राप्त करना। यह अक्सर मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने और अधिकारियों पर बदलाव के लिए दबाव डालने के लिए मांगा जाता है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *