त्रिपुरा में भारी बारिश से भूस्खलन, तीन परिवार के सदस्यों की मौत
त्रिपुरा के देविपुर एडीसी गांव में मंगलवार को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में तीन परिवार के सदस्यों की मौत हो गई। मृतकों में त्रिशंकर चकमा, उनकी पत्नी रंजनी चकमा (41 वर्ष) और उनकी 12 वर्षीय बेटी मिता चकमा शामिल हैं। एक परिवार का सदस्य घायल हो गया।
सरकारी प्रतिक्रिया
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से प्रभावित लोगों के लिए समय पर सहायता और राहत सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
मौसम पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों तक त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। यह बारिश केंद्रीय बांग्लादेश के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हो रही है। IMD ने खराब दृश्यता, यातायात जाम, संरचनाओं को संभावित नुकसान, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है।
सुरक्षा सलाह
निचले इलाकों और भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को इन क्षेत्रों से बचने की सलाह दी जाती है ताकि वे सुरक्षित रहें।
Doubts Revealed
त्रिपुरा -: त्रिपुरा भारत के पूर्वोत्तर भाग में एक छोटा राज्य है। यह अपनी सुंदर परिदृश्यों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है।
भूस्खलन -: भूस्खलन तब होता है जब बड़ी मात्रा में मिट्टी, चट्टानें, और मलबा अचानक ढलान से नीचे गिरते हैं, अक्सर भारी बारिश या भूकंप के कारण।
देवीपुर एडीसी गांव -: देवीपुर एडीसी गांव त्रिपुरा का एक छोटा गांव है। एडीसी का मतलब स्वायत्त जिला परिषद है, जिसका मतलब है कि गांव के पास कुछ आत्म-शासन की शक्तियाँ हैं।
मुख्यमंत्री -: मुख्यमंत्री भारतीय राज्य में सरकार का प्रमुख होता है। डॉ. माणिक साहा वर्तमान में त्रिपुरा के मुख्यमंत्री हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) -: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) एक सरकारी एजेंसी है जो मौसम और जलवायु का अध्ययन करती है। वे बारिश, तूफान, और तापमान परिवर्तन जैसी मौसम स्थितियों की भविष्यवाणी करते हैं।
अचानक बाढ़ -: अचानक बाढ़ अचानक और तीव्र बाढ़ होती है जो जल्दी होती है, आमतौर पर भारी बारिश के कारण। ये बहुत खतरनाक हो सकती हैं और बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं।
भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र -: भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र वे स्थान होते हैं जहां भूस्खलन होने की अधिक संभावना होती है, अक्सर खड़ी ढलानों, ढीली मिट्टी, या भारी वर्षा के कारण।