अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में गांधी, अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवारों के शासन को समाप्त करने की बात की

अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में गांधी, अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवारों के शासन को समाप्त करने की बात की

अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में गांधी, अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवारों के शासन को समाप्त करने की बात की

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी, अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवारों के शासन को समाप्त करने पर जोर दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र की ओर बढ़ते कदमों को उजागर किया, जहां अब युवा पत्थरों की बजाय लैपटॉप थामे हुए हैं।

पूर्व नेताओं की आलोचना

शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की 1990 के दशक में आतंकवाद के दौरान क्षेत्र की उपेक्षा करने के लिए आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि जब युवा सड़कों पर मर रहे थे, तब अब्दुल्ला इंग्लैंड में आनंद ले रहे थे। शाह ने गुर्जर, बकरवाल, और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण पर अब्दुल्ला के रुख पर भी सवाल उठाए।

भविष्य के लिए वादे

शाह ने वादा किया कि पहाड़ी लोगों और अन्य समुदायों के लिए आरक्षण कम नहीं किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि हर घर की सबसे बड़ी महिला को सालाना 18,000 रुपये मिलेंगे। उज्ज्वला लाभार्थियों को 2 मुफ्त सिलेंडर मिलेंगे, और सिलेंडर की कीमत 500 रुपये तक कम की जाएगी। पीएम-किसान योजना के तहत दी जाने वाली वार्षिक राशि 6,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये की जाएगी।

Doubts Revealed


अमित शाह -: अमित शाह भारतीय सरकार में एक वरिष्ठ नेता हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्री हैं, जिसका मतलब है कि वह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।

गांधी, अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवार -: ये भारत में, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में, प्रभावशाली राजनीतिक परिवार हैं। वे कई वर्षों से सत्ता में हैं।

जम्मू और कश्मीर -: जम्मू और कश्मीर उत्तरी भारत का एक क्षेत्र है। इसका एक विशेष दर्जा है और इसने कई राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों का सामना किया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री हैं। वह सरकार के प्रमुख हैं और देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

फारूक अब्दुल्ला -: फारूक अब्दुल्ला जम्मू और कश्मीर के एक राजनेता हैं। वह मुख्यमंत्री थे, जिसका मतलब है कि वह राज्य सरकार के प्रमुख थे।

1990 का आतंकवाद -: 1990 के दशक में, जम्मू और कश्मीर ने बहुत हिंसा और आतंकवाद का सामना किया। कई लोग प्रभावित हुए, और यह क्षेत्र के लिए एक कठिन समय था।

आरक्षण -: भारत में आरक्षण का मतलब है कि कुछ समूहों के लोगों को नौकरियों और शिक्षा में विशेष अवसर देना, जिन्हें मदद की जरूरत है।

विकास -: विकास का मतलब है शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में सुधार करना ताकि लोगों का जीवन बेहतर हो सके।

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