Site icon रिवील इंसाइड

पीयूष गोयल ने ‘मेक इन इंडिया’ के 10 साल पूरे होने पर बड़ी उपलब्धियों का जश्न मनाया

पीयूष गोयल ने ‘मेक इन इंडिया’ के 10 साल पूरे होने पर बड़ी उपलब्धियों का जश्न मनाया

पीयूष गोयल ने ‘मेक इन इंडिया’ के 10 साल पूरे होने पर बड़ी उपलब्धियों का जश्न मनाया

नई दिल्ली [भारत], 25 सितंबर: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल की 10वीं वर्षगांठ मनाई और महत्वपूर्ण उपलब्धियों को उजागर किया। 2014-15 से मोबाइल आयात में 85% की कमी आई है और अब 99% मोबाइल फोन भारत में ही बनाए जाते हैं। 2022 से 2024 के बीच विनिर्माण नौकरियों में 200% की वृद्धि हुई है।

गोयल ने इस पहल की भारत के विनिर्माण परिदृश्य को बदलने, व्यापार करने में आसानी में सुधार और विदेशी निवेश को आकर्षित करने में भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ब्रांड इंडिया’ को नवाचार और गुणवत्ता के प्रतीक के रूप में बढ़ावा देने के दृष्टिकोण के साथ मेल खाती है।

पिछले दशक में कई परिवर्तनकारी सुधार पेश किए गए हैं, जिनमें प्रमुख क्षेत्रों की विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना शामिल है। सरकार ने व्यापार करने में आसानी में सुधार और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को आकर्षित करने में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे व्यवसायों के लिए अनुकूल वातावरण बना है।

मंत्री गोयल ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने और रोजगार के अवसर पैदा करने के प्रयासों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ ने 2047 तक विकसित भारत बनने की देश की यात्रा के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जिससे भविष्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए मंच तैयार हुआ है।

Doubts Revealed


पीयूष गोयल -: पीयूष गोयल भारत में एक राजनेता हैं। वह केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री हैं, जिसका मतलब है कि वह देश में व्यापार और व्यवसाय को प्रबंधित करने में मदद करते हैं।

मेक इन इंडिया -: ‘मेक इन इंडिया’ एक कार्यक्रम है जिसे भारतीय सरकार ने कंपनियों को भारत में अपने उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किया है। इसका उद्देश्य विनिर्माण को बढ़ावा देना और नौकरियां पैदा करना है।

मोबाइल आयात -: मोबाइल आयात उन मोबाइल फोन को संदर्भित करता है जो अन्य देशों से भारत में लाए जाते हैं। लक्ष्य इन आयातों को कम करना है ताकि अधिक फोन भारत में बनाए जा सकें।

विनिर्माण नौकरियां -: विनिर्माण नौकरियां वे नौकरियां हैं जहां लोग कारखानों में उत्पाद बनाते हैं। इन नौकरियों में बहुत वृद्धि हुई है, जिसका मतलब है कि अब अधिक लोग कारखानों में काम कर रहे हैं।

व्यवसाय करने में आसानी -: व्यवसाय करने में आसानी का मतलब है कि कंपनियों के लिए अपने व्यवसाय शुरू करना और चलाना कितना सरल है। सरकार इसे आसान बनाना चाहती है ताकि अधिक कंपनियां भारत में आएं।

विदेशी निवेश -: विदेशी निवेश तब होता है जब अन्य देशों के लोग या कंपनियां भारत में व्यवसायों में अपना पैसा लगाते हैं। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ने में मदद मिलती है।

पीएम मोदी -: पीएम मोदी नरेंद्र मोदी हैं, जो भारत के प्रधानमंत्री हैं। वह देश का नेतृत्व करते हैं और उनका दृष्टिकोण है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना।
Exit mobile version