अखिलेश यादव ने मदरसा फंडिंग पर NCPCR की सिफारिश पर BJP की आलोचना की

अखिलेश यादव ने मदरसा फंडिंग पर NCPCR की सिफारिश पर BJP की आलोचना की

अखिलेश यादव ने मदरसा फंडिंग पर NCPCR की सिफारिश पर BJP की आलोचना की

लखनऊ, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की कड़ी आलोचना की। यह आलोचना राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की उस सिफारिश के बाद आई है जिसमें मदरसों के लिए राज्य फंडिंग को रोकने की बात कही गई है। यादव ने BJP पर संविधानिक व्यवस्थाओं को बदलने और जातियों व धर्मों के बीच विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया।

यादव ने कहा, “यह देश सभी का है – संविधान हमें अधिकार देता है। जो भी व्यवस्था संविधान द्वारा स्थापित की गई है, वे (BJP) उसे बदलना चाहते हैं। वे लोग हैं जो नफरत की राजनीति करना चाहते हैं, जातियों और धर्मों के बीच संघर्ष पैदा करके। लेकिन वे सफल नहीं होंगे, देश के लोग, समाज के बुद्धिजीवी अब समझ चुके हैं कि BJP की भेदभावपूर्ण राजनीति लंबे समय तक नहीं चलेगी।”

मदरसों पर NCPCR की रिपोर्ट

पहले, NCPCR ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को एक पत्र भेजा था। इस पत्र में आयोग की रिपोर्ट ‘Guardians of Faith or Oppressors of Rights: Constitutional Rights of Children vs. Madrasas’ पर चर्चा की गई थी। इस रिपोर्ट में 11 अध्याय हैं जो मदरसों के इतिहास और बच्चों के शैक्षिक अधिकारों पर उनके प्रभाव की जांच करते हैं।

NCPCR ने मदरसों के लिए राज्य फंडिंग को रोकने और मदरसा बोर्डों को बंद करने की सिफारिश की। आयोग ने 2009 के शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम के अनुसार समावेशी शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और बच्चों के मौलिक अधिकारों और अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों के बीच संघर्ष को उजागर किया।

आयोग ने यह भी नोट किया कि केवल बोर्ड या UDISE कोड होने से RTE अधिनियम का पालन सुनिश्चित नहीं होता है। फंडिंग रोकने की सिफारिश उत्तर प्रदेश में एक संबंधित मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अधीन है।

Doubts Revealed


अखिलेश यादव -: अखिलेश यादव भारत में एक राजनेता हैं और समाजवादी पार्टी के नेता हैं, जो मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश राज्य में सक्रिय एक राजनीतिक पार्टी है।

बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है, जो भारत की दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। यह वर्तमान में देश की सत्तारूढ़ पार्टी है।

एनसीपीसीआर -: एनसीपीसीआर का मतलब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग है। यह भारत में एक संगठन है जो बच्चों के अधिकारों की रक्षा और संवर्धन के लिए काम करता है।

मदरसा -: मदरसा भारत में एक प्रकार की शैक्षणिक संस्था है जहाँ छात्र इस्लाम और अन्य विषयों के बारे में सीखते हैं। इन्हें अक्सर सरकार या निजी संगठनों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।

संवैधानिक प्रणाली -: संवैधानिक प्रणाली भारत के संविधान द्वारा निर्धारित नियमों और सिद्धांतों को संदर्भित करती है, जो देश का सर्वोच्च कानून है। यह बताता है कि सरकार को कैसे कार्य करना चाहिए और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है।

सुप्रीम कोर्ट -: सुप्रीम कोर्ट भारत की सर्वोच्च न्यायिक अदालत है। इसे कानूनी मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेने की शक्ति है और इसके निर्णय अंतिम होते हैं।

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