वीर सावरकर पर कर्नाटक मंत्री की टिप्पणी पर संजय निरुपम की कड़ी प्रतिक्रिया

वीर सावरकर पर कर्नाटक मंत्री की टिप्पणी पर संजय निरुपम की कड़ी प्रतिक्रिया

वीर सावरकर पर कर्नाटक मंत्री की टिप्पणी पर संजय निरुपम की कड़ी प्रतिक्रिया

मुंबई में शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव की वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा की। राव ने दावा किया कि सावरकर, जो कि एक चितपावन ब्राह्मण थे, ने बीफ का सेवन किया था, जिसे निरुपम ने सावरकर का अपमान बताया। निरुपम ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी कि सावरकर का अपमान जारी रहा तो महाराष्ट्र के लोगों से प्रतिक्रिया मिल सकती है।

वीर सावरकर के पोते, रंजीत सावरकर ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वे चुनावी लाभ के लिए सावरकर को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सावरकर के बीफ सेवन के दावे को खारिज किया और राव के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की घोषणा की। रंजीत ने यह भी बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सावरकर की नीतियों का सम्मान करती थीं।

इससे पहले, मंत्री राव ने एक पुस्तक विमोचन के दौरान कहा था कि सावरकर की विचारधारा भारतीय संस्कृति से भिन्न थी और महात्मा गांधी के विचारों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने सावरकर को एक आधुनिकतावादी बताया जिनकी मूलभूत मान्यताएं अलग थीं।

Doubts Revealed


शिव सेना -: शिव सेना भारत में एक राजनीतिक पार्टी है, मुख्य रूप से महाराष्ट्र राज्य में आधारित है। इसे बाल ठाकरे द्वारा स्थापित किया गया था और यह अपनी क्षेत्रीय और राष्ट्रवादी विचारधाराओं के लिए जानी जाती है।

संजय निरुपम -: संजय निरुपम एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो कभी शिव सेना के सदस्य थे और बाद में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। वह विशेष रूप से महाराष्ट्र में अपनी सक्रिय राजनीतिक भूमिका के लिए जाने जाते हैं।

कर्नाटक -: कर्नाटक भारत के दक्षिणी भाग में एक राज्य है। यह अपनी समृद्ध इतिहास, संस्कृति और प्रौद्योगिकी और शिक्षा के केंद्र के रूप में जाना जाता है।

वीर सावरकर -: वीर सावरकर एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और हिंदू राष्ट्रवादी आंदोलन के प्रमुख व्यक्ति थे। वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भूमिका और धर्म और राजनीति पर अपने विवादास्पद विचारों के लिए जाने जाते हैं।

मानहानि का मुकदमा -: मानहानि का मुकदमा एक कानूनी मामला है जहां कोई दावा करता है कि उनके बारे में झूठे बयान दिए गए, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। इस संदर्भ में, रणजीत सावरकर ने दीनेश गुंडू राव के खिलाफ वीर सावरकर के बारे में कथित झूठे बयान देने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की योजना बनाई है।

महात्मा गांधी -: महात्मा गांधी ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के नेता थे। वह अपने अहिंसक दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध हैं और भारत में ‘राष्ट्रपिता’ माने जाते हैं।

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