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शंभू बॉर्डर पर किसान विरोध के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तटस्थ समिति की मांग की

शंभू बॉर्डर पर किसान विरोध के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तटस्थ समिति की मांग की

शंभू बॉर्डर पर किसान विरोध के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तटस्थ समिति की मांग की

भारत के सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब राज्यों से तटस्थ व्यक्तियों के नाम सुझाने को कहा है जिन्हें शंभू बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसानों के साथ बातचीत के लिए समिति में शामिल किया जा सके। किसान 13 फरवरी से वहां डेरा डाले हुए हैं।

मुख्य विवरण

न्यायमूर्ति सूर्यकांत और आर महादेवन की पीठ ने किसानों में विश्वास जगाने की आवश्यकता पर जोर दिया और सुझाव दिया कि दोनों राज्य समिति के लिए सामान्य नाम सुझाएं। अदालत ने कहा, “हम संवाद के मामले में एक बहुत ही सुगम शुरुआत चाहते हैं। देश में बहुत अच्छे, बहुत अनुभवी व्यावहारिक व्यक्तित्व हैं जिनके पास इस समस्या का अनुभव है। कृपया कुछ तटस्थ व्यक्तित्व के बारे में सोचें। यह किसानों में अधिक विश्वास जगाएगा।”

सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 12 अगस्त के लिए निर्धारित की है और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह से समिति के लिए सामान्य नाम सुझाने को कहा है। अदालत ने सीमा पर यथास्थिति बनाए रखने के अपने पहले के आदेश को भी जारी रखा।

पृष्ठभूमि

सुप्रीम कोर्ट जुलाई 10 के पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ एक अपील की सुनवाई कर रहा था, जिसमें सात दिनों के भीतर राजमार्ग खोलने और बैरिकेड्स हटाने का निर्देश दिया गया था। शीर्ष अदालत ने पहले एक स्वतंत्र समिति बनाने का प्रस्ताव रखा था और दोनों राज्यों से सामान्य नाम सुझाने को कहा था। पीठ ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एक साल से अधिक समय तक अवरुद्ध नहीं रह सकता।

फरवरी में, हरियाणा सरकार ने अंबाला-नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैरिकेड्स लगाए थे जब किसान संगठनों ने विभिन्न मांगों के समर्थन में दिल्ली की ओर मार्च की घोषणा की थी, जिसमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी भी शामिल है।

Doubts Revealed


भारत का सर्वोच्च न्यायालय -: भारत का सर्वोच्च न्यायालय देश का सबसे उच्च न्यायालय है। यह कानूनों और मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लेता है।

तटस्थ समिति -: एक तटस्थ समिति लोगों का एक समूह है जो पक्ष नहीं लेता। वे समस्याओं को निष्पक्ष रूप से हल करने में मदद करते हैं।

किसान विरोध -: किसान विरोध तब होता है जब किसान इकट्ठा होते हैं और अपनी असंतुष्टि व्यक्त करते हैं। वे चाहते हैं कि सरकार उनकी मांगों को सुने।

शंभु सीमा -: शंभु सीमा अंबाला के पास एक स्थान है, जो भारत का एक शहर है। किसान वहां विरोध कर रहे हैं।

हरियाणा और पंजाब -: हरियाणा और पंजाब भारत के दो राज्य हैं। वे एक-दूसरे के पास हैं और वहां कई किसान हैं।

न्यायमूर्ति सूर्य कांत और आर महादेवन -: न्यायमूर्ति सूर्य कांत और आर महादेवन भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं। वे महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं।

न्यूनतम समर्थन मूल्य -: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) वह गारंटीकृत मूल्य है जो सरकार किसानों को उनकी फसलों के लिए देती है। यह किसानों को उचित आय अर्जित करने में मदद करता है।

यथास्थिति -: यथास्थिति का मतलब है चीजों को वैसे ही रखना जैसा वे अभी हैं। अदालत चाहती है कि सीमा पर स्थिति अभी के लिए वैसी ही बनी रहे।
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