भारतीय सरकार ने बंगाली भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया

भारतीय सरकार ने बंगाली भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया

भारतीय सरकार ने बंगाली भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया

भारतीय संघीय कैबिनेट ने बंगाली भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा देकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह निर्णय 3 अक्टूबर 2024 को लिया गया, जिसे बंगाली भाषी समुदायों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।

ऐतिहासिक मान्यता

बंगाली को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देना उन ऐतिहासिक व्यक्तियों के प्रयासों को श्रद्धांजलि है जिन्होंने इस भाषा को समृद्ध किया है। ऋषि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय, पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और काजी नजरुल इस्लाम जैसी महान हस्तियों ने बंगाली के विकास और प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भाषा का विकास

हजारों साल पुरानी बंगाली भाषा ने अन्य भाषाओं के तत्वों को समाहित करके अपने दायरे और प्रभाव को बढ़ाया है। इस भाषा का साहित्य अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित करता है और इसकी मिठास को कई लोग पसंद करते हैं।

नेतृत्व के प्रति आभार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस मान्यता में योगदान के लिए सार्वजनिक हस्तियों ने आभार व्यक्त किया है। प्रोफेसर दिलीप कुमार चक्रवर्ती और पूर्व राजदूत भास्वती मुखर्जी और अशोक कुमार मुखर्जी जैसे प्रमुख व्यक्तियों ने प्रशंसा पत्र पर हस्ताक्षर किए।

सरकार के प्रयास

संघीय कैबिनेट के इस निर्णय में मराठी, पाली, प्राकृत और असमिया को भी शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शास्त्रीय भाषाओं के संरक्षण और प्रचार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

पृष्ठभूमि

संस्कृति मंत्रालय की भाषाई विशेषज्ञ समिति, जो 2004 में स्थापित की गई थी, ने शास्त्रीय दर्जा के लिए भाषाओं का मूल्यांकन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे पहले तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओड़िया को शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता दी गई थी।

Doubts Revealed


शास्त्रीय भाषा -: एक शास्त्रीय भाषा वह भाषा होती है जिसका समृद्ध इतिहास और साहित्य होता है, अक्सर हजारों साल पुराना। इसे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए मान्यता प्राप्त होती है।

बंगाली -: बंगाली एक भाषा है जो भारत के पश्चिम बंगाल राज्य और बांग्लादेश में बोली जाती है। इसका समृद्ध साहित्यिक विरासत है और यह अपनी सुंदर कविता और गीतों के लिए जानी जाती है।

ऋषि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय -: ऋषि बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय एक प्रसिद्ध बंगाली लेखक और कवि थे। वे ‘वंदे मातरम्’ लिखने के लिए जाने जाते हैं, जो भारतीय स्वतंत्रता का प्रतीक बन गया।

रवींद्रनाथ टैगोर -: रवींद्रनाथ टैगोर एक प्रसिद्ध बंगाली कवि, लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता थे। उन्होंने भारत का राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ लिखा और साहित्य में उनके योगदान के लिए मनाया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी -: नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं। वे देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

केंद्रीय मंत्रिमंडल -: केंद्रीय मंत्रिमंडल भारत में शीर्ष सरकारी अधिकारियों का एक समूह है, जिसमें प्रधानमंत्री शामिल होते हैं, जो देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।

मराठी -: मराठी एक भाषा है जो भारत के महाराष्ट्र राज्य में बोली जाती है। इसका समृद्ध सांस्कृतिक और साहित्यिक इतिहास है।

पाली -: पाली एक प्राचीन भाषा है जो बौद्ध धर्मग्रंथों में उपयोग की जाती थी। यह बौद्ध धर्म की शिक्षाओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

प्राकृत -: प्राकृत प्राचीन भाषाओं का एक समूह है जो भारत में बोली जाती थीं। ये प्राचीन भारतीय ग्रंथों और इतिहास के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

असमिया -: असमिया एक भाषा है जो भारत के असम राज्य में बोली जाती है। इसका समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक परंपरा है।

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