रूसी संसद के निचले सदन के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन भारत के आधिकारिक दौरे पर आए हैं। इस दौरे का उद्देश्य रूस और भारत के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाना है। इसके अलावा, यह दौरा दोनों देशों के बीच अंतर-संसदीय संवाद को मजबूत करने का भी प्रयास करता है।
अपने प्रवास के दौरान, वोलोडिन भारतीय नेताओं से मिलेंगे और भारतीय संसद के दोनों सदनों का दौरा करेंगे। चर्चाओं का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को सुधारना और सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज करना होगा।
संबंधित समाचार में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने की उम्मीद है। इस यात्रा की तिथियां कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से तय की जाएंगी। यह यात्रा 2022 में यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद पुतिन की पहली भारत यात्रा होगी। भारत संघर्ष के समाधान में शांति और कूटनीति का समर्थन करता है।
रूसी डूमा एक बड़ा बैठक स्थान है जहाँ रूस के महत्वपूर्ण लोग देश के लिए कानून और निर्णय बनाते हैं। यह भारतीय संसद के समान है।
वायचेस्लाव वोलोडिन रूस में एक बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। वह रूसी डूमा के नेता हैं, जिसका मतलब है कि वह वहाँ की चर्चाओं और निर्णयों को मार्गदर्शन देते हैं।
अंतर-संसदीय संवाद वह होता है जब विभिन्न देशों की संसदों के लोग एक-दूसरे से बात करते हैं। वे विचार साझा करते हैं और समस्याओं को हल करने के लिए मिलकर काम करने की कोशिश करते हैं।
व्लादिमीर पुतिन रूस के राष्ट्रपति हैं। वह देश के नेता हैं और रूस के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं।
यूक्रेन संघर्ष रूस और यूक्रेन के बीच की लड़ाई है। यह भूमि और राजनीति पर असहमति के कारण शुरू हुआ, और कई देश उन्हें शांति पाने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
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