त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने राहुल गांधी से हिंदुओं पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी

त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने राहुल गांधी से हिंदुओं पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी

त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने राहुल गांधी से हिंदुओं पर टिप्पणी के लिए माफी मांगी

अगरतला (त्रिपुरा) [भारत], 3 जुलाई: त्रिपुरा बीजेपी अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने कांग्रेस पर बार-बार हिंदुओं पर हमला करने का आरोप लगाया और राहुल गांधी से माफी की मांग की। भट्टाचार्य ने कहा, ‘उन्हें (राहुल गांधी) पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कुछ सीखना चाहिए और फिर संसद में बोलना चाहिए। कांग्रेस बार-बार हिंदुओं पर हमला कर रही है। यह कांग्रेस की पुरानी शैली है और हम इसकी निंदा करते हैं। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए।’

राहुल गांधी के लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में पहले भाषण ने सत्तारूढ़ बीजेपी से तीखी प्रतिक्रियाएं प्राप्त कीं। उन्होंने उन लोगों पर आरोप लगाया जो खुद को हिंदू कहते हैं कि वे नफरत और हिंसा में लिप्त हैं। इस टिप्पणी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा, ‘मुद्दा गंभीर है; पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना गंभीर है।’

इसके जवाब में, राहुल गांधी ने स्पष्ट किया, ‘नरेंद्र मोदीजी पूरे हिंदू समुदाय नहीं हैं, बीजेपी पूरे हिंदू समुदाय नहीं है, आरएसएस पूरे हिंदू समुदाय नहीं है।’

पीएम मोदी ने लोकसभा में अपनी आलोचना जारी रखी, आरोप लगाते हुए कि हिंदुओं को झूठा आरोपित करने की साजिश हो रही है। उन्होंने कहा, ‘आज, हिंदुओं को झूठा आरोपित करने की साजिश हो रही है, एक गंभीर साजिश चल रही है। कहा गया है कि हिंदू हिंसक हैं। यह आपकी संस्कृति है, यह आपका चरित्र है, यह आपकी सोच है, यह आपकी नफरत है। इस देश में हिंदुओं के खिलाफ ये कार्य हो रहे हैं। यह देश इसे सदियों तक नहीं भूलेगा।’

मोदी ने यह भी कहा, ‘उन्होंने हिंदुओं में ‘शक्ति’ की अवधारणा को नष्ट करने की घोषणा की थी। आप किस शक्ति की बात कर रहे हैं जिसे आप नष्ट करना चाहते हैं? यह देश सदियों से ‘शक्ति’ का भक्त रहा है। बंगाल माता दुर्गा की पूजा करता है। क्या आप इस शक्ति के खिलाफ बोल रहे हैं? ये वही लोग हैं जिन्होंने ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द गढ़ने की कोशिश की। उनके सहयोगियों ने हिंदू धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की। यह देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।’

उन्होंने यह कहकर निष्कर्ष निकाला, ‘हमें बचपन से सिखाया गया है कि हर रूप भगवान का एक रूप है। व्यक्तिगत लाभ के लिए भगवान का कोई रूप नहीं है। हमारे देवताओं और देवियों का अपमान इस देश के 1.4 अरब लोगों को चोट पहुंचा रहा है। देश व्यक्तिगत राजनीतिक लाभ के लिए भगवान के रूपों का मजाक बर्दाश्त नहीं कर सकता। कल की विधानसभा की घटनाओं को देखते हुए, अब हिंदू समाज को सोचना होगा कि क्या यह किसी प्रयोग की तैयारी है।’

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