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संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने लुधियाना में बुद्धा नाला की सफाई पर जोर दिया

संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने लुधियाना में बुद्धा नाला की सफाई पर जोर दिया

संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने लुधियाना में बुद्धा नाला की सफाई पर जोर दिया

राज्यसभा सांसद और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की ताकि लुधियाना के 14 किलोमीटर लंबे बुद्धा नाला में गंभीर प्रदूषण का समाधान किया जा सके।

बैठक की मुख्य बातें

सांसद ने अधिकारियों से बुद्धा नाला की सफाई सुनिश्चित करने के लिए सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने डेयरियों से होने वाले प्रदूषण और नाले की बिगड़ती स्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि वह स्वयं सफाई के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे।

प्रदूषण का प्रभाव

बुद्धा नाला जहरीले अपशिष्ट और बिना उपचारित सीवेज से भारी प्रदूषित है, जो सतलुज नदी में 90% प्रदूषण का कारण बनता है। यह दूषित पानी पंजाब और राजस्थान के हिस्सों में सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे दो करोड़ से अधिक नागरिक प्रभावित होते हैं।

सरकारी कार्यवाही

2020 में, राज्य सरकार ने बुद्धा नाला के पुनरुद्धार परियोजना के लिए 650 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। सांसद ने परियोजना में किसी भी अनियमितता की सीबीआई जांच का समर्थन किया और प्रदूषण फैलाने वाले औद्योगिक संयंत्रों को बंद करने का आह्वान किया।

स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं

प्रदूषण के कारण लुधियाना और पंजाब और राजस्थान के अन्य हिस्सों में लोगों में गंभीर बीमारियां हो रही हैं। सांसद ने प्रदूषण से निपटने के लिए प्रभावी उपचार संयंत्रों की आवश्यकता पर जोर दिया।

Doubts Revealed


संत बलबीर सिंह सीचेवाल -: संत बलबीर सिंह सीचेवाल एक सम्मानित पर्यावरणविद् और राज्यसभा के सदस्य हैं, जो भारत की संसद के दो सदनों में से एक है। वह पंजाब में नदियों और नालों की सफाई के प्रयासों के लिए जाने जाते हैं।

बुद्धा नाला -: बुद्धा नाला लुधियाना, पंजाब, भारत में 14 किलोमीटर लंबी धारा है। यह बिना उपचारित सीवेज और फैक्ट्रियों के कचरे के कारण बहुत प्रदूषित हो गया है।

लुधियाना -: लुधियाना भारतीय राज्य पंजाब का एक बड़ा शहर है। यह अपने उद्योगों, विशेष रूप से वस्त्र और निर्माण के लिए जाना जाता है।

राज्यसभा सांसद -: राज्यसभा सांसद भारत की संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्य होते हैं। वे कानून बनाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने में मदद करते हैं।

पर्यावरणविद् -: पर्यावरणविद् वह व्यक्ति होता है जो प्रदूषण और अन्य हानिकारक गतिविधियों से पर्यावरण की रक्षा के लिए काम करता है। वे प्रकृति को स्वच्छ और सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं।

सतलुज नदी -: सतलुज नदी उत्तरी भारत की प्रमुख नदियों में से एक है। यह पंजाब और हिमाचल प्रदेश राज्यों से होकर बहती है और खेती और पीने के पानी के लिए महत्वपूर्ण है।

सीबीआई जांच -: सीबीआई जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा की जाने वाली जांच है, जो भारत की शीर्ष एजेंसी है जो गंभीर अपराधों और भ्रष्टाचार की जांच करती है। वे महत्वपूर्ण मामलों की सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच करते हैं।

विषाक्त अपशिष्ट -: विषाक्त अपशिष्ट हानिकारक तरल पदार्थ होते हैं जो फैक्ट्रियों से निकलते हैं और नदियों और नालों जैसे जल निकायों को प्रदूषित कर सकते हैं। ये लोगों और जानवरों के लिए बहुत खतरनाक हो सकते हैं।

पुनरुद्धार परियोजना -: पुनरुद्धार परियोजना एक योजना है जो किसी चीज़ को फिर से बेहतर या स्वस्थ बनाने के लिए होती है। इस मामले में, इसका मतलब है प्रदूषित बुद्धा नाला धारा की सफाई और पुनर्स्थापना।
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