ड्रोन पीएलआई योजना और भविष्य की वृद्धि पर पीयूष गोयल का विचार
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जोर देकर कहा कि ड्रोन के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एक अस्थायी उपाय है, न कि स्थायी सब्सिडी। नई दिल्ली में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय नवाचार सम्मेलन में बोलते हुए, उन्होंने कृषि में ड्रोन के लाभों और ‘नमो ड्रोन दीदी’ पहल के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
गोयल ने कहा कि ड्रोन उद्योग में तकनीकी प्रगति से किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली फसलें प्राप्त करने और उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि ड्रोन अनियमित मौसम पैटर्न से निपट सकते हैं और सहकारी क्षेत्र, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) में अपव्यय और खर्च को कम कर सकते हैं।
मंत्री ने उल्लेख किया कि भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र को वित्तपोषण और परामर्श में शामिल हो सकता है। उन्होंने अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप्स पर बुनियादी ढांचे की वृद्धि और नियामक सहजता के सकारात्मक प्रभाव पर भी चर्चा की, यह बताते हुए कि 2024 की पहली छमाही में 18 प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकशें (IPOs) की गईं, जो 2023 में 17 IPOs के बाद आईं।
गोयल ने यह भी कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में, देश ने महत्वपूर्ण विदेशी निवेश और बुनियादी ढांचे के लिए एक धक्का देखा है, जिससे वस्तुओं और सेवाओं की मांग में वृद्धि हुई है, उच्च खपत और रोजगार सृजन हुआ है, जिससे राष्ट्र विकास के एक गुणकारी चक्र पर आ गया है।