कोलकाता और जयपुर में छापों में ED ने 41 लाख रुपये बरामद किए

कोलकाता और जयपुर में छापों में ED ने 41 लाख रुपये बरामद किए

कोलकाता और जयपुर में छापों में ED ने 41 लाख रुपये बरामद किए

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता और जयपुर में 11 विभिन्न स्थानों पर छापेमारी के दौरान 41 लाख रुपये नकद और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं। ये छापे मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत प्राइम पल्सेस लिमिटेड और अन्य के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी के मामले में किए गए थे।

छापों का विवरण

ED के कोलकाता जोनल ऑफिस ने 29 जून को ये छापेमारी की, जो केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा प्राइम पल्सेस लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) पर आधारित थी। इस तलाशी अभियान में महत्वपूर्ण दस्तावेज, जिनमें कई संपत्ति दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड शामिल हैं, पाए गए। बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरण और कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए।

जांच के निष्कर्ष

ED ने इस मामले में कुल 10 चार्जशीट और एक पूरक चार्जशीट दाखिल की है, जिससे विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों को कुल 447.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जांच में पता चला कि प्राइम पल्सेस लिमिटेड के निदेशकों और अन्य ने कर्मचारियों और संबंधित व्यक्तियों के नाम पर काल्पनिक संस्थाएं बनाई थीं ताकि इन संस्थाओं के बैंक खातों के माध्यम से धन को परत दर परत किया जा सके।

इसके अलावा, एक दो मंजिला वाणिज्यिक गिरवी संपत्ति, जिसे संबंधित बैंक ने SARFAESI अधिनियम, 2002 के तहत बेचा था, को आरोपियों ने अपराध की आय का उपयोग करके खरीदा था। इस संपत्ति का मूल्य लगभग 20 करोड़ रुपये है। संदेहास्पद तीसरे पक्ष के लेन-देन किए गए थे ताकि प्रमोटरों, निदेशकों और उनके परिवार के सदस्यों के खातों में धन को स्थानांतरित किया जा सके, और विभिन्न संस्थाओं को भुगतान के खिलाफ नकली खरीद दर्ज की गई थी।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *