प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत के गल्फ स्पिक लेबर कैंप का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की और देश के विकास में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने उनके सपनों को 'विकसित भारत 2047' के अपने दृष्टिकोण से जोड़ा।
अपने दौरे के दौरान, पीएम मोदी ने भारतीय श्रमिकों के सपनों के बारे में बात की, जैसे कि अपने गांवों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना। उन्होंने भारतीय किसानों और मजदूरों की मेहनत की तारीफ की और कहा कि उनकी मेहनत उन्हें और भी कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है।
पीएम मोदी ने अपनी व्यक्तिगत प्रेरणा साझा की, यह कहते हुए कि वह अपने परिवार के लिए काम करते हैं, जिसमें 140 करोड़ लोग शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में सबसे सस्ते डेटा दरें हैं, जिससे संचार सभी के लिए सुलभ हो जाता है।
यह दौरा 43 वर्षों में कुवैत में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है, जिसे कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबाह ने आमंत्रित किया था। पीएम मोदी का स्वागत कुवैत के उप प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने किया। कुवैत में भारतीय समुदाय ने 'हला मोदी' कार्यक्रम में उनके संबोधन का बेसब्री से इंतजार किया।
वह भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं, जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं और इसके विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले रहे हैं।
कुवैत मध्य पूर्व का एक छोटा देश है, जो अपने तेल भंडार के लिए जाना जाता है और फारस की खाड़ी के पास स्थित है।
यह कुवैत में एक स्थान है जहाँ कई भारतीय श्रमिक रहते और काम करते हैं, जो देश के विकास में योगदान दे रहे हैं।
यह पीएम मोदी की एक दृष्टि या योजना है कि भारत वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बने, जो भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष बाद होगा।
ये वे लोग हैं जो भारत से हैं और अन्य देशों में रहते हैं, जैसे कुवैत, लेकिन फिर भी अपनी भारतीय जड़ों और संस्कृति से जुड़े रहते हैं।
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