भारत और चीन ने लद्दाख में समन्वित गश्त शुरू की
राजनाथ सिंह का भारत-चीन संबंधों पर बयान
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है। एक साल से अधिक की चर्चाओं के बाद, भारत और चीन ने लद्दाख के देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों में समन्वित गश्त शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है।
गश्त की प्रगति
भारतीय सैनिकों ने डेमचोक क्षेत्र में गश्त शुरू कर दी है, और जल्द ही देपसांग में भी शुरू करने की योजना है। यह समन्वित प्रयास सुनिश्चित करता है कि दोनों देश एक-दूसरे की गश्त की समय-सारणी से अवगत रहें।
पृष्ठभूमि और हालिया विकास
भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सैन्य कार्रवाइयों के कारण शुरू हुआ था। हाल ही में, दोनों देशों ने दिवाली के दौरान सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया, जो बेहतर संबंधों की दिशा में एक कदम है।
Doubts Revealed
राजनाथ सिंह -: राजनाथ सिंह भारत के रक्षा मंत्री हैं। वह देश की रक्षा और सैन्य मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।
भारत-चीन सीमा -: भारत-चीन सीमा भारत और चीन के बीच एक लंबी सीमा है। यह हिमालय नामक क्षेत्र में है, जहाँ बहुत ऊँचे पहाड़ हैं।
लद्दाख -: लद्दाख उत्तरी भारत का एक क्षेत्र है। यह अपनी सुंदर पहाड़ियों के लिए जाना जाता है और भारत-चीन सीमा के पास है।
देपसांग और डेमचोक -: देपसांग और डेमचोक लद्दाख में भारत-चीन सीमा के पास के क्षेत्र हैं। ये सीमा सुरक्षा और गश्त के लिए महत्वपूर्ण हैं।
2020 सीमा गतिरोध -: 2020 में, लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा पर एक तनावपूर्ण स्थिति थी। दोनों देशों के बीच असहमति थी, जिससे सैन्य उपस्थिति बढ़ गई।
दिवाली -: दिवाली भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। लोग इसे रोशनी, मिठाइयों और पटाखों के साथ मनाते हैं।