पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने चमक बिखेरी, महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में पहुंची
भारतीय शूटर मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालिफिकेशन में तीसरा स्थान हासिल किया और फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने कुल 580-27x अंक प्राप्त किए। उनकी साथी रिदम सांगवान 15वें स्थान पर रहीं और क्वालिफाई नहीं कर पाईं।
पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल में सरबजोत सिंह और अर्जुन चीमा भी फाइनल में नहीं पहुंच सके। चीमा ने 574-17x अंकों के साथ 18वां स्थान प्राप्त किया, जबकि सरबजोत 577-16x अंकों के साथ 9वें स्थान पर रहे।
इसके अलावा, भारतीय जोड़ी 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट में भी पदक मैचों में नहीं पहुंच सकी। रमिता जिंदल और अर्जुन बाबूता ने 628.7 अंकों के साथ छठा स्थान प्राप्त किया, जबकि एलावेनिल वलारिवन और संदीप सिंह ने 626.3 अंकों के साथ 12वां स्थान प्राप्त किया।
Doubts Revealed
मनु भाकर -: मनु भाकर भारत की एक युवा और प्रतिभाशाली शूटर हैं जो 10 मीटर एयर पिस्टल जैसे इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करती हैं।
पेरिस ओलंपिक्स -: पेरिस ओलंपिक्स एक बड़ा खेल आयोजन है जहां दुनिया भर के एथलीट विभिन्न खेलों में प्रतिस्पर्धा करते हैं। यह पेरिस, फ्रांस में आयोजित होता है।
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल -: यह एक शूटिंग इवेंट है जहां महिलाएं एयर पिस्टल का उपयोग करके 10 मीटर की दूरी से लक्ष्यों पर निशाना लगाती हैं।
फाइनल के लिए क्वालिफाई -: इसका मतलब है कि मनु भाकर ने प्रारंभिक राउंड में इतना अच्छा प्रदर्शन किया कि वह प्रतियोगिता के अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण राउंड में पहुंच गईं।
580-27x अंक -: यह दिखाने का तरीका है कि मनु भाकर ने कितना अच्छा निशाना लगाया। 580 उनका कुल स्कोर है, और 27x का मतलब है कि उन्होंने 27 बार लक्ष्य के केंद्र को मारा।
रिदम सांगवान -: रिदम सांगवान एक और भारतीय शूटर हैं जिन्होंने मनु भाकर के साथ ही इवेंट में प्रतिस्पर्धा की लेकिन फाइनल में नहीं पहुंच सकीं।
सरबजोत सिंह -: सरबजोत सिंह एक भारतीय पुरुष शूटर हैं जिन्होंने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में प्रतिस्पर्धा की।
अर्जुन चीमा -: अर्जुन चीमा एक और भारतीय पुरुष शूटर हैं जिन्होंने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में प्रतिस्पर्धा की।
10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड टीम इवेंट -: यह एक शूटिंग इवेंट है जहां एक पुरुष और एक महिला की टीम 10 मीटर की दूरी से एयर राइफल का उपयोग करके लक्ष्यों पर निशाना लगाती है।
मेडल मैचेस -: ये प्रतियोगिता के अंतिम राउंड होते हैं जहां एथलीट गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज जैसे मेडल जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं।