ओमर अयूब खान ने आईएसआई को कॉल टैप करने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती दी

ओमर अयूब खान ने आईएसआई को कॉल टैप करने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती दी

ओमर अयूब खान ने आईएसआई को कॉल टैप करने की अनुमति देने के फैसले को चुनौती दी

इस्लामाबाद [पाकिस्तान], 9 जुलाई: पाकिस्तान सरकार ने देश की जासूसी एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), को कॉल और संदेश टैप करने की अनुमति दी है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से सही ठहराया गया है। इस फैसले का विपक्ष के नेता ओमर अयूब खान ने कड़ा विरोध किया है।

ओमर अयूब खान ने घोषणा की कि वह इस कदम को अदालत में चुनौती देंगे, इसे असंवैधानिक और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए। उन्होंने कहा कि 8 जुलाई को जारी अधिसूचना आईएसआई को किसी के भी फोन वार्तालाप को अस्पष्ट राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों पर टैप करने की असीमित शक्तियां देती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की सरकार की भी आलोचना की, यह दावा करते हुए कि इस शक्ति का उपयोग राजनेताओं और मीडिया कर्मियों को निशाना बनाने के लिए किया जा सकता है, जिसमें बिलावल भुट्टो, आसिफ जरदारी और मरियम नवाज शामिल हैं। विपक्षी नेता इस अधिसूचना को अपने वकील बाबर अवान के माध्यम से चुनौती देने की योजना बना रहे हैं।

पाकिस्तान कैबिनेट ने एक नामित आईएसआई अधिकारी, जो ग्रेड 18 से नीचे नहीं है, को दूरसंचार (पुनर्गठन) अधिनियम 1996 की धारा 54 के तहत कॉल ट्रेस करने की अनुमति दी है। यह धारा सरकार को किसी भी व्यक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों के लिए कॉल और संदेशों को इंटरसेप्ट करने की अनुमति देती है।

यह कदम प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के हालिया सोशल मीडिया नियमों को सख्त करने के कार्यों के बाद आया है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक अपराध अधिनियम (पीईसीए) 2016 में संशोधन और पीईसीए अधिनियम 2024 के तहत डिजिटल अधिकार संरक्षण एजेंसी (डीआरपीए) की स्थापना शामिल है।

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