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पाकिस्तान की 26वीं संवैधानिक संशोधन को मंजूरी, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक

पाकिस्तान की 26वीं संवैधानिक संशोधन को मंजूरी, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बैठक

पाकिस्तान की 26वीं संवैधानिक संशोधन को मंजूरी

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक

20 अक्टूबर को पाकिस्तान की संघीय कैबिनेट ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में 26वीं संवैधानिक संशोधन के मसौदे को मंजूरी दी। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ हुई चर्चाओं और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI) के नेता मौलाना फजलुर रहमान के इनपुट के बारे में जानकारी दी।

बैठक का विवरण

अटॉर्नी जनरल और संघीय कानून मंत्री, आज़म नज़ीर तारार ने कैबिनेट के सामने संवैधानिक संशोधन प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मसौदे में कई संशोधनों पर चर्चा की गई और फिर अंतिम संस्करण को मंजूरी दी गई। इस बैठक में गृह मंत्री मोहसिन नकवी और कानून मंत्री आज़म नज़ीर तारार भी शामिल थे।

राष्ट्रीय कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जोर देकर कहा कि यह निर्णय देश के जनकल्याण और समृद्धि के लिए लिया गया है। उन्होंने कहा, “आर्थिक स्थिरता के बाद, संवैधानिक स्थिरता और कानून के शासन के लिए एक मील का पत्थर हासिल किया गया है।” सत्तारूढ़ गठबंधन राष्ट्रीय विकास और स्थिरता के लिए संशोधनों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Doubts Revealed


संविधान संशोधन -: संविधान संशोधन संविधान में परिवर्तन या जोड़ होता है, जो नियमों का सेट है जो यह निर्देशित करता है कि एक देश कैसे शासित होता है। यह एक नियम पुस्तिका को अपडेट करने जैसा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह लोगों की वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप है।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ -: शहबाज शरीफ पाकिस्तान में एक राजनीतिक नेता हैं जो प्रधानमंत्री के रूप में सेवा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री सरकार के प्रमुख की तरह होता है, जैसे भारत के प्रधानमंत्री।

संघीय कैबिनेट -: संघीय कैबिनेट शीर्ष सरकारी अधिकारियों का एक समूह है जो प्रधानमंत्री को महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है। वे सलाहकारों की एक टीम की तरह होते हैं जो मिलकर देश चलाते हैं।

राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी -: आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति देश में एक उच्च पदस्थ अधिकारी होता है, जो भारत के राष्ट्रपति के समान होता है, लेकिन अलग शक्तियों के साथ।

मौलाना फजलुर रहमान -: मौलाना फजलुर रहमान पाकिस्तान में एक राजनीतिक नेता हैं। वे देश में धार्मिक और राजनीतिक मामलों में अपने प्रभाव के लिए जाने जाते हैं।

अटॉर्नी जनरल आज़म नज़ीर तारड़ -: आज़म नज़ीर तारड़ पाकिस्तान के अटॉर्नी जनरल हैं, जिसका मतलब है कि वे सरकार के मुख्य कानूनी सलाहकार हैं। वे सरकार को कानून को सही ढंग से समझने और लागू करने में मदद करते हैं।

सत्तारूढ़ गठबंधन -: सत्तारूढ़ गठबंधन राजनीतिक दलों का एक समूह होता है जो मिलकर सरकार बनाते हैं। वे मिलकर निर्णय लेते हैं और देश चलाते हैं, जैसे विभिन्न टीमें मिलकर एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम करती हैं।
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