श्री जगन्नाथ मंदिर के आभूषणों का अस्थायी स्थानांतरण
पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन की घोषणा
पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने घोषणा की कि श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार (खजाना) के आंतरिक कक्ष से आभूषणों का अस्थायी स्थानांतरण गुरुवार को सुबह 9:51 बजे से दोपहर 12:15 बजे के बीच किया जाएगा।
स्थानांतरण का विवरण
रत्न भंडार में कीमती वस्तुओं की सूची बनाने के लिए 11 सदस्यों का एक समूह कक्ष में प्रवेश करेगा और अस्थायी खजाने में आभूषणों को स्थानांतरित करेगा। स्वैन ने कहा, “हमारे 11 सदस्यीय समूह रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष में प्रवेश करेंगे और गुरुवार को सुबह 9:51 बजे से दोपहर 12:15 बजे के बीच इसे फिर से खोलेंगे, ताकि आभूषणों को अस्थायी खजाने में स्थानांतरित किया जा सके।”
रत्न भंडार का पुनः उद्घाटन
रविवार, 14 जुलाई को, श्री जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को चार दशकों से अधिक समय के बाद फिर से खोला गया। निरीक्षण समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिस्वनाथ रथ ने बताया कि बाहरी भंडार खोला गया था, लेकिन आंतरिक भंडार को आभूषणों की सूची बनाने के लिए 5-6 दिनों के बाद खोला जाएगा। रिकॉर्ड के लिए वीडियोग्राफी की गई।
मुख्य प्रशासक का बयान
श्री जगन्नाथ मंदिर कार्यालय के मुख्य प्रशासक अरविंद कुमार पाधी ने कहा कि बाहरी भंडार से सभी कीमती वस्तुओं को रविवार को एक अस्थायी मजबूत कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने कहा, “वीडियोग्राफी रिकॉर्डिंग केवल हमारे रिकॉर्ड उद्देश्यों के लिए है, किसी भी प्रचार या मीडिया उद्देश्य के लिए नहीं।”
सरकारी स्वीकृति
ओडिशा सरकार ने रत्न भंडार को खोलने की मंजूरी दी ताकि वहां संग्रहीत कीमती वस्तुओं, जिसमें आभूषण भी शामिल हैं, की सूची बनाई जा सके। पुनः उद्घाटन से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में विशेष बक्से लाए गए थे।
Doubts Revealed
पुरी कलेक्टर -: पुरी कलेक्टर एक सरकारी अधिकारी होता है जो ओडिशा, भारत के पुरी जिले का प्रभारी होता है। वे प्रशासनिक कार्यों को संभालते हैं और जिले के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करते हैं।
सिद्धार्थ शंकर स्वैन -: सिद्धार्थ शंकर स्वैन वर्तमान पुरी कलेक्टर का नाम है, जो पुरी जिले के लिए जिम्मेदार अधिकारी हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर -: श्री जगन्नाथ मंदिर पुरी, ओडिशा में एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ, भगवान विष्णु के एक रूप को समर्पित है।
आभूषण -: इस संदर्भ में आभूषण मंदिर में देवताओं के लिए उपयोग किए जाने वाले मूल्यवान गहने और सजावट को संदर्भित करते हैं।
रत्न भंडार -: रत्न भंडार श्री जगन्नाथ मंदिर का खजाना घर है जहाँ सोने और गहनों जैसी मूल्यवान वस्तुएं संग्रहीत की जाती हैं।
अस्थायी खजाना -: अस्थायी खजाना एक सुरक्षित स्थान है जहाँ मुख्य खजाना घर की जाँच या मरम्मत के दौरान आभूषणों को थोड़े समय के लिए रखा जाएगा।
ओडिशा सरकार -: ओडिशा सरकार भारत के ओडिशा राज्य की शासक संस्था है, जो राज्य में कानून बनाने और लागू करने के लिए जिम्मेदार है।
मानक संचालन प्रक्रियाएँ -: मानक संचालन प्रक्रियाएँ (SOPs) विस्तृत, लिखित निर्देश होते हैं जो किसी विशिष्ट कार्य को समानता से पूरा करने के लिए होते हैं, जिससे सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित होती है।
वीडियोग्राफी -: वीडियोग्राफी का मतलब घटनाओं को वीडियो पर रिकॉर्ड करना है। इस मामले में, आभूषणों के हस्तांतरण का रिकॉर्ड रखने के लिए किया गया था।
स्ट्रॉन्ग रूम -: स्ट्रॉन्ग रूम एक बहुत ही सुरक्षित कमरा होता है जहाँ मूल्यवान वस्तुओं को चोरी या क्षति से सुरक्षित रखा जाता है।