सरकार ने 58 साल पुराना प्रतिबंध हटाया, सरकारी कर्मचारी अब RSS में शामिल हो सकते हैं
नई दिल्ली [भारत], 22 जुलाई: कार्मिक मंत्रालय के हालिया आदेश ने सरकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति दी है, जिससे विपक्ष और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तीखी बहस छिड़ गई है।
BJP की प्रतिक्रिया
BJP नेता अमित मालवीय ने सोमवार को घोषणा की कि केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के RSS गतिविधियों में शामिल होने पर 58 साल पुराना प्रतिबंध हटा दिया है। उन्होंने कहा, “1966 में जारी किया गया असंवैधानिक आदेश, जो सरकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में भाग लेने से रोकता था, मोदी सरकार ने हटा दिया है। यह आदेश पहले स्थान पर जारी नहीं होना चाहिए था।”
विपक्ष की प्रतिक्रिया
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि यह भारत की अखंडता और एकता के खिलाफ है। उन्होंने तर्क दिया, “यह कार्यालय ज्ञापन दिखाता है कि सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के RSS गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध हटा दिया है। अगर यह सच है, तो यह भारत की अखंडता और एकता के खिलाफ है। RSS पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया था क्योंकि उसने संविधान, राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय गान को स्वीकार नहीं किया था। हर RSS सदस्य एक शपथ लेता है जो हिंदुत्व को राष्ट्र से ऊपर रखता है। कोई भी सिविल सेवक राष्ट्र के प्रति वफादार नहीं हो सकता यदि वह RSS का सदस्य है।”
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने भी इस कदम की निंदा की, यह नोट करते हुए कि प्रतिबंध पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान भी लागू था। उन्होंने कहा, “सरदार पटेल ने फरवरी 1948 में गांधीजी की हत्या के बाद RSS पर प्रतिबंध लगाया था। बाद में, अच्छे व्यवहार के आश्वासन पर प्रतिबंध हटा लिया गया था। इसके बाद भी RSS ने नागपुर में तिरंगा नहीं फहराया। 1966 में, सरकारी कर्मचारियों के RSS गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया गया था – और सही भी था।”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जोड़ा, “58 साल पहले, केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के RSS गतिविधियों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाया था। मोदी सरकार ने इस आदेश को हटा दिया है।”
Doubts Revealed
आरएसएस -: आरएसएस का मतलब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। यह एक भारतीय दक्षिणपंथी, हिंदू राष्ट्रवादी संगठन है।
कार्मिक मंत्रालय -: कार्मिक मंत्रालय भारतीय सरकार का एक हिस्सा है जो सरकारी कर्मचारियों और उनकी सेवाओं से संबंधित मामलों को देखता है।
बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है। यह भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है।
एआईएमआईएम -: एआईएमआईएम का मतलब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन है। यह एक राजनीतिक पार्टी है जो मुख्य रूप से मुसलमानों के हितों का प्रतिनिधित्व करती है।
अमित मालवीय -: अमित मालवीय बीजेपी के नेता हैं और अक्सर पार्टी की ओर से बोलते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी -: असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के प्रमुख हैं और भारत के प्रमुख राजनीतिक नेताओं में से एक हैं।
जयराम रमेश -: जयराम रमेश कांग्रेस पार्टी के नेता हैं, जो भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है।
पवन खेड़ा -: पवन खेड़ा भी कांग्रेस पार्टी के नेता हैं और अक्सर पार्टी की ओर से बोलते हैं।