जिनेवा में ज़ुमरते अरकिन ने चीन के उइगर समुदाय के प्रति व्यवहार पर चिंता जताई
जिनेवा [स्विट्जरलैंड], 22 जून: संयुक्त राष्ट्र में ग्लोबल एडवोकेसी की निदेशक ज़ुमरते अरकिन ने जिनेवा में एक साइड इवेंट के दौरान चीन की उइगर समुदाय के प्रति नीतियों पर अपनी चिंताओं को व्यक्त किया। यह इवेंट ‘चीन की यूनिवर्सल पेरियोडिक रिव्यू (UPR) के बाद क्या?’ शीर्षक से गुरुवार को आयोजित किया गया था।
अरकिन ने कहा कि शिनजियांग क्षेत्र में स्थिति बिगड़ गई है, जहां 26 में से एक उइगर व्यक्ति विभिन्न आरोपों के तहत कैद है। यह शिनजियांग को दुनिया में सबसे अधिक गिरफ्तारी दर वाला क्षेत्र बनाता है, जहां प्रति 100,000 लोगों पर लगभग 2,234 गिरफ्तारियां होती हैं।
उन्होंने चीन की आलोचना की कि उसने उइगर डॉक्टर डॉ. गुलशन अब्बास को 20 साल की सजा दी है, जो उनकी बहन की अमेरिका में चीन के खिलाफ सक्रियता के प्रतिशोध के रूप में है। अरकिन ने संयुक्त राष्ट्र की नस्लीय भेदभाव उन्मूलन समिति (CERD) की चीन की समीक्षा का उल्लेख किया, जिसने सभी प्रकार के नस्लीय भेदभाव के उन्मूलन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के कार्यान्वयन की निगरानी की।
अरकिन ने बताया कि कई संयुक्त राष्ट्र रिपोर्टों ने संकेत दिया है कि उइगर समुदाय की जीवन स्थितियां लगातार खराब हो रही हैं। 2022 की CERD बयान में चीन से शिनजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र (XUAR) में मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों की जांच करने का आह्वान किया गया था, जिसमें यातना, दुर्व्यवहार, यौन हिंसा, जबरन श्रम, जबरन गायब होना और हिरासत में मौतें शामिल हैं।
CERD बयान में यह भी मांग की गई थी कि चीन XUAR में मनमाने ढंग से हिरासत में लिए गए सभी व्यक्तियों को रिहा करे और उनके रिश्तेदारों को उनकी स्थिति और भलाई के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करे। अरकिन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और ग्लोबल साउथ से आग्रह किया कि वे चीन को पूर्वी तुर्किस्तान में उसके कार्यों के लिए जिम्मेदार ठहराएं और चीन के साथ दोहरे मानदंडों को बंद करें।