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ओडिशा अवैध खनन मामले में ईडी ने बसंता कुमार दास की 1.52 करोड़ की संपत्ति जब्त की

ओडिशा अवैध खनन मामले में ईडी ने बसंता कुमार दास की 1.52 करोड़ की संपत्ति जब्त की

ओडिशा अवैध खनन मामले में ईडी ने बसंता कुमार दास की 1.52 करोड़ की संपत्ति जब्त की

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बसंता कुमार दास की 1.52 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से जब्त की है। यह कार्रवाई ओडिशा के कासियाबेड़ा आयरन ओर माइंस में कथित अवैध खनन गतिविधियों की जांच का हिस्सा है।

मामले का विवरण

ईडी के भुवनेश्वर जोनल ऑफिस ने यह कदम मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत उठाया है। बसंता कुमार दास कासियाबेड़ा आयरन ओर माइंस के खनन पट्टाधारक और एम/एस दास भाई मिनरल्स के मालिक हैं।

जांच ओडिशा पुलिस के सतर्कता विभाग द्वारा दर्ज एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर शुरू हुई थी। कथित अवैध खनन गतिविधियां 2005 से 2009 के बीच हुई थीं।

पिछली गिरफ्तारियां

इससे पहले, एम/एस सिद्धार्थ स्पंज एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आनंद कुमार अग्रवाल को बसंता कुमार दास के साथ अवैध खनन गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में पीएमएलए, 2002 की धारा 17 के तहत तलाशी अभियान भी चलाए गए थे।

आगे की जांच जारी है।

Doubts Revealed


ईडी -: ईडी प्रवर्तन निदेशालय के लिए खड़ा है। यह भारत में एक सरकारी एजेंसी है जो मनी लॉन्ड्रिंग जैसे वित्तीय अपराधों की जांच करती है।

₹ 1.52 करोड़ -: ₹ 1.52 करोड़ का मतलब 1.52 करोड़ रुपये है, जो भारतीय मुद्रा में एक बड़ी राशि है। एक करोड़ 10 मिलियन के बराबर होता है।

संपत्ति -: संपत्ति वे मूल्यवान चीजें हैं जो किसी व्यक्ति के पास होती हैं, जैसे पैसा, संपत्ति, या अन्य मूल्यवान वस्तुएं।

बसंता कुमार दास -: बसंता कुमार दास ओडिशा में अवैध खनन मामले में शामिल व्यक्ति हैं। ईडी ने अवैध गतिविधियों में उनकी संलिप्तता के कारण उनकी संपत्तियां जब्त कर ली हैं।

अवैध खनन -: अवैध खनन का मतलब बिना सरकारी अनुमति के जमीन से खनिज जैसे लौह अयस्क निकालना है। यह कानून के खिलाफ है।

ओडिशा -: ओडिशा पूर्वी भारत का एक राज्य है। यह अपने समृद्ध प्राकृतिक संसाधनों, जिसमें लौह अयस्क जैसे खनिज शामिल हैं, के लिए जाना जाता है।

कसियाबेड़ा लौह अयस्क खदानें -: कसियाबेड़ा लौह अयस्क खदानें ओडिशा में विशिष्ट खदानें हैं जहां से लौह अयस्क निकाला जाता है। यहां अवैध गतिविधियां हुईं।

एफआईआर -: एफआईआर का मतलब प्रथम सूचना रिपोर्ट है। यह एक दस्तावेज है जो पुलिस द्वारा अपराध की सूचना मिलने पर तैयार किया जाता है।

चार्जशीट -: चार्जशीट एक दस्तावेज है जिसे पुलिस द्वारा अदालत में दाखिल किया जाता है, जिसमें अपराध के आरोपी व्यक्ति के खिलाफ आरोपों की सूची होती है।

ओडिशा पुलिस सतर्कता विभाग -: ओडिशा पुलिस सतर्कता विभाग पुलिस की एक विशेष शाखा है जो भ्रष्टाचार और अन्य अवैध गतिविधियों की जांच करती है।

आनंद कुमार अग्रवाल -: आनंद कुमार अग्रवाल अवैध खनन मामले में शामिल एक और व्यक्ति हैं। उन्हें अपराध में उनकी भूमिका के लिए पहले गिरफ्तार किया गया था।
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