दिल्ली का वायु प्रदूषण संकट
गोपाल राय ने उत्तर भारतीय राज्यों से एकता की अपील की
नई दिल्ली गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रही है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उत्तर भारतीय राज्यों के बीच सहयोग की अपील की है। उन्होंने पड़ोसी राज्यों की बीजेपी सरकारों पर राजनीति पर ध्यान देने का आरोप लगाया, बजाय प्रदूषण के समाधान के।
बीजेपी पर आरोप
गोपाल राय ने बीजेपी पर अपनी जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बीजेपी कार्यकर्ताओं का नाटक प्रदूषण कम करने में मदद नहीं करेगा। बीजेपी अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है।” उन्होंने सभी उत्तरी राज्य सरकारों के सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और दिल्ली सरकार के निरंतर प्रयासों को उजागर किया।
वर्तमान वायु गुणवत्ता स्थिति
दिल्ली में वायु गुणवत्ता कई दिनों से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है, कुछ क्षेत्रों में ‘गंभीर’ स्तर तक पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली में 384 का एक्यूआई दर्ज किया, जिसमें कई स्थानों पर 400 से अधिक का स्तर था, जो गंभीर प्रदूषण को दर्शाता है।
यमुना नदी में जहरीला झाग
मंत्री राय ने यमुना नदी में जहरीले झाग के मुद्दे को भी संबोधित किया, विशेष रूप से कालिंदी कुंज क्षेत्र में, जो उत्तर प्रदेश से औद्योगिक कचरे के कारण है। नदी की सफाई के प्रयास जारी हैं, और दिल्ली के हजारों क्षेत्रों में छठ पूजा के लिए व्यवस्था की जा रही है।
Doubts Revealed
गोपाल राय -: गोपाल राय दिल्ली के पर्यावरण मंत्री हैं, जिसका मतलब है कि वह शहर के पर्यावरण की देखभाल के लिए जिम्मेदार हैं। वह यह सुनिश्चित करने के लिए काम करते हैं कि हवा, पानी और भूमि साफ और सुरक्षित हों ताकि लोग वहां रह सकें।
उत्तर भारतीय राज्य -: उत्तर भारतीय राज्य भारत के उत्तरी भाग में स्थित क्षेत्र हैं, जैसे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली। ये क्षेत्र अक्सर समान पर्यावरणीय समस्याओं का सामना करते हैं, जैसे वायु प्रदूषण, क्योंकि वे एक-दूसरे के करीब हैं।
बीजेपी -: बीजेपी का मतलब भारतीय जनता पार्टी है, जो भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। यह भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण है और इसके नेता देश और उसके राज्यों के लिए निर्णय लेते हैं।
वायु गुणवत्ता -: वायु गुणवत्ता यह बताती है कि हवा कितनी साफ या प्रदूषित है। जब वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ होती है, तो इसका मतलब है कि हवा में बहुत अधिक प्रदूषण है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
विषाक्त झाग -: विषाक्त झाग एक हानिकारक, बुलबुला युक्त पदार्थ है जो नदियों जैसे जल निकायों पर बन सकता है। यह अक्सर प्रदूषण, जैसे औद्योगिक कचरे के कारण होता है, जो पानी को लोगों और जानवरों के लिए असुरक्षित बना सकता है।
यमुना नदी -: यमुना नदी भारत की एक प्रमुख नदी है जो कई राज्यों से होकर बहती है, जिसमें दिल्ली भी शामिल है। यह एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है लेकिन अक्सर कारखानों और शहरों के कचरे से प्रदूषित हो जाती है।
छठ पूजा -: छठ पूजा एक हिंदू त्योहार है जो मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में मनाया जाता है। लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं और नदियों में पवित्र स्नान करते हैं, इसलिए इस त्योहार के लिए साफ पानी महत्वपूर्ण है।